(www.arya-tv.com) मर्यादा पुरुषोत्तम परभु श्री राम जी की जन्म भूमि अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में प्रभु श्री राम जी के मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम 22 जनवरी को होना है. इसे लेकर जोरों से तैयारी चल रही है. वहीं देश भर में उत्सव का माहौल है. वहीं झारखंड में भी एक प्राचीन मंदिर में उसी दिन प्रभु श्री राम विराजेंगे. यह मंदिर करीब 200 साल पुराना है, जहां प्रभु श्रीराम के मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को लेकर तीन दिवसीय माया यज्ञ का आयोजन किया जायेगा.
पलामू जिले के नीलांबर पीतांबर पूर प्रखंड के कोटखास में स्थित ठाकुरबारी मंदिर का जीर्णोद्वार किया जा रहा है. जहां प्रभु श्री राम के मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को होगा. पुजारी सुभाष चंद्र मिश्रा ने बताया कि यह मंदिर करीब 200 वर्ष पुरानी है, जो अंग्रेजों के समय से भी पहले का है. इस मंदिर का निर्माण उस जमाने में सुखाड़ी साव द्वारा किया गया था. जिसका परिसर करीब एक एकड़ का है. उन्होंने बताया कि पांच पीढ़ियों से वो यहां पूजा करा रहे हैं. जिसका जीर्णोद्वार फिर से कराया जा रहा है. 19 जनवरी को कलश यात्रा का कार्यक्रम होगा. जिसके बाद 22 जनवरी को मंदिर के गर्भ गृह में भगवान श्री राम विराजेंगे.
तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा यज्ञ कार्यक्रम का होगा आयोजन
उन्होंने बताया कि 18 जनवरी को हनुमत पूजा सह दीप यज्ञ का आयोजन होगा. जिसके बाद 19 जनवरी को प्रातः 8 बजे भव्य कलश यात्रा निकाला जाएगा, जो मंदिर परिसर से निकलकर महावीर मंदिर से गांधी चौक होते हुए पथरही गोपालगंज के रास्ते कुंडेलवा, मलय नदी पहुंचेगा. यह यात्रा 2.5 किलोमीटर निकाला जाएगा. 20 जनवरी को पंचाग पूजन, मंडप प्रवेश कार्यक्रम होगा. 21 जनवरी को नगर भ्रमण कराया जायेगा. इसके बाद 22 जनवरी के प्रभु श्री राम जी के प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा होगा. इस दौरान तीन दिन तक कथा वाचिका स्तुति जी द्वारा संध्या में राम कथा का आयोजन होगा.
5 फीट की हनुमान जी की प्रतिमा होगी स्थापित
आयोजक शशि सिंह ने बताया कि इस पूरे आयोजन हेतु 15 से 20 लाख तक खर्च किए जायेंगे. वहीं मूर्ति स्थापना के लिए बाहर से मूर्ति लाई जा रही है. मंदिर के गर्भ गृह में प्रभु श्री राम, माता सीता, और हनुमान जी की प्रतिमा 3 फिट की होगी. वहीं मंदिर परिसर में शिव लिंग की स्थापना कराई जा रही है. इसके साथ साथ मंदिर परिसर में द्वारपाल के रूप में हनुमान जी की 5 फीट की प्रतिमा स्थापित की जायेगी. यह हमारे लिए बेहद खास आयोजन है, जो अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दिन ही इस मंदिर में भी भगवान श्री राम जी के प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को उत्सव की तरह मनाया जायेगा.
रामनवमी पर भव्य रूप से निकलती है झांकी
उन्होंने बताया कि मंदिर में सबसे खास तौर पर आयोजन रामनवमी और श्री कृष्ण जन्माष्टमी होता है, जिसमें दूर दूर से श्रद्धालु पूजा करने आते है. इस मंदिर की खासियत है कि पलामू जिले के ऐतिहासिक धरोहर पलामू किला के मेटेरियल से इस मंदिर का निर्माण हुआ था. जिसका जीर्णोद्वार फिर से किया जा रहा है.प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद भव्य भंडारा का आयोजन होगा. जिसके लिए 10,000 लोगों का लक्ष्य रखा गया है.