रामभक्‍तों के लिए बड़ी खुशखबरी, रामलला के साथ अब सरयू दर्शन होंगे यादगार, अयोध्‍या में नई पहल

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(www.arya-tv.com) भगवान राम लला के नगरी में अब इलेक्ट्रिक सोलर क्रूज चलाने की कवायद शुरू हो गई है. कोचिन से कोलकाता के रास्ते बिहार होते हुए एक सोलर क्रूज गुरुवार को अयोध्या पहुंचा है. बताया गया है कि अयोध्या में जल्द ही वाटर मेट्रो की शुरुआत होने जा रही है. इस वाटर मेट्रो के जरिए पर्यटक और रामभक्‍त अयोध्या राम नगरी से गुप्‍तार घाट तक सोलर क्रूज में सरयू के दर्शन का आनंद ले सकेंगे. अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस वाटर क्रूज को 40 मिनट चार्ज कर लिया जाएगा और वह एक दिन में कई श्रद्धालुओं को यादगार अनुभव कराएगा.

क्रूज के कैप्टन इंद्रजीत सोलंकी ने बताया कि यह क्रूज दिन में 3 बार श्रद्धालुओं को सेवाएं देगा. अयोध्या से गुप्तार घाट की दूरी तय करेगा. फिलहाल इसका शुल्‍क तय नहीं हो पाया है. इसमें एक बार में 50 यात्री सफर कर सकेंगे. यह पूरी तरह से एयर कंडीशंड हैं. दरअसल, गुप्‍तार घाट में भगवान श्रीराम ने जलसमाधि ली थी. सरयू नदी के किनारे स्थित इस गुप्तार घाट पर कई मन्दिर हैं. यहां मोक्ष पाने की इच्छा लेकर श्रद्धालु आते हैं. इसका नवनिर्माण 19वीं सदी में राजा दर्शन सिंह ने करवाया गया था. यहां राम जानकी मंदिर, पुराने चरण पादुका मंदिर, नरसिंह मंदिर और हनुमान मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र हैं.

अयोध्‍या में क्रूज की सुविधा से रामभक्‍तों में अपार प्रसन्‍नता 
कैप्टन इंद्रजीत सोलंकी ने बताया कि यह पूर्ण रूप से इलेक्ट्रिक क्रूज चार्ज होकर चलता है. इसमें कार्बन क्रेडिट मिलता है. इसमें कार्बन की सेविंग भी होती है. अयोध्या क्रूज लेकर पहुंचे पायलट ने कहा कि आप पूर्ण रूप से सुरक्षित है और एक बार में 70 लोग इसमें यात्रा कर सकते हैं. यह 14 दिन की यात्रा करते हुए अयोध्या पहुंचा है. अब जल्‍द ही अयोध्या में यह श्रद्धालुओं को सुविधा देगा. अभी यह इंडियन गवर्नमेंट अथॉरिटी के पास है. इसे स्टेट गवर्नमेंट को हैंड ओवर किया जाएगा. स्टेट गवर्नमेंट फिर अपने हिसाब से इसका संचालन करेगी. राम भक्‍तों ने कहा है कि यह मोदी सरकार का गिफ्ट है. अभी बोट के जरिए गुप्‍तार घाट तक पहुंचते थे, लेकिन वाटर मेट्रो शुरू हो जाने से समय की बचत होगी और यह अपेक्षाकृत अधिक सुरक्षित होगी. रामभक्‍तों ने कहा कि राम नगरी में बड़ी सौगातें मिली हैं.