(www.arya-tv.com) बरेका (बनारस रेल इंजन कारखाना) ने 10 हजार रेल इंजन का निर्माण कर नया कीर्तिमान कायम किया है. न्यू लोको टेस्ट शॉप में मंगलवार को 10,000 वें विद्युत रेल इंजन का पूजन किया और हरी झंडी दिखाकर राष्ट्र को समर्पित किया. बनारस रेल इंजन कारखाना जिसे पहले डीजल रेल इंजन कारखाना के नाम से जाना जाता था लेकिन अब लोको तकनीक पर आधारित रेलवे इंजन तैयार कर के इतिहास रच रहा है , राष्ट्र को समर्पित यह रेल इंजन आधुनिक सुविधाओं से लैस है.
पीएम मोदी की सरकार आने के बाद वर्ष 2017 से बरेका ने विद्युत लोको का निर्माण शुरू किया. वासुदेवा पांडा, जीएम (बरेका) ने बताया कि लोकर्पित 10,000वां एसी-एसी 6000 अश्व शक्ति पैसेंजर लोकोमोटिव WAP7-37638 साउथ सेंट्रल रेलवे के लालागुडा इलेक्ट्रिक लोको शेड को भेजा जा रहा है. उक्त लोकोमोटिव जो आरटीआईएस-वास्तविक समय सूचना प्रणाली, गर्मियों के लिए वातानुकूलित ड्राइवर कैब, सर्दियों के दौरान ड्राइवर के लिए गर्म हवा का प्रावधान, HOG- ट्रेन लाइटिंग के लिए हेड ऑन जेनरेशन, रिजेनरेटिव ब्रेक सिस्ट्म जैसी प्रमुख विशेषताओं से सुसज्जित है, जिसकी स्पीड 140 किमी प्रति घंटा है
वर्तमान में बरेका रेलवे के लिए यात्री सेवा हेतु WAP7 और मालवाहक हेतु WAG9 इंजनों के निर्माण के साथ ही गैर रेलवे ग्राहकों एवं निर्यात के लिए रेल इंजन का उत्पाादन कर रहा है. अब तक बरेका 1687 विद्युत लोकोमोटिव, 7498 डीजल लोकोमोटिव, 172 निर्यातित लोकोमोटिव, गैर रेलवे ग्राहक हेतु 634 लोकोमोटिव, 01 डुएल (डीजल+विद्युत) मोड लोकोमोटिव, 08 डीजल से इलेक्ट्रिक में परिवर्तित लोकोमोटिव का निर्माण किया है.