बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही से उस समय एक बड़ा हादसा हो गया, जब मवेशी चराने गया किसान करंट की चपेट में आ गया। इससे उसकी मौत हो गई। काफी देर तक जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिजनों ने तलाशना शुरू किया।
काफी खोजबीन के बाद उसका शव पड़ा देखा तो परिजनों के होश उड़ गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं परिजनों ने बिजली विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और मुआवजा दिलाने की मांग की है।
चंदापुर कोतवाली क्षेत्र के गांव ज्वाला सिंह का पुरवा मजरे चंदापुर के रहने वाले राजाराम पुत्र बाबू भंडारी बुधवार को दोपहर बाद करीब तीन बजे जानवर चराने निकले थे। वह गांव से 500 मीटर की दूरी पर स्थित खेतों में जानवर चराने गया था। बहुत देर तक जब वह घर नहीं लौटे तो परिजनों ने उसको ढूंढना चालू किया। काफी खोजबीन के बाद रात करीब नौ बजे उसका शव खाई में पड़ा मिला।
लोगों का कहना है कि छह महीने पूर्व 11 हजार केवी का खंभा टूट गया था। इसके बाद तार जमीन के काफी नजदीक आ गए थे। ऐसे में वह करंट की चपेट में आ गया और झटके ने उसे दूर फेंक दिया और वह खाई में जा गिरा, जिससे उसकी मौत हो गई। थानाध्यक्ष अरविंद सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा चुका है।