फरीद साबरी, उनके भाई अमीन साबरी और उनके पिता सईद साबरी की पहचान ‘साबरी ब्रदर्स’ के नाम से देश और दुनिया में कव्वाली गाने वालों में मशहूर थी। वे जयपुर के रामगंज इलाके में चौकड़ी गंगापोल में परिवार के साथ रहते थे। फईद साबरी ने ही अपने पिता सईद साबरी और लता मंगेशकर के साथ में मिलकर ‘हिना’ फिल्म के लिए कव्वाली ‘देर न हो जाए कहीं देर न हो जाए’ गीत गाया था।
निमोनिया की वजह से कल रात बिगड़ी थी तबीयत, आज दम तोड़ दिया
फरीद साबरी के भाई अमीन साबरी ने बताया कि फरीद साबरी की तबीयत कल रात को ही बिगड़ी थी। आनन-फानन में फरीद साबरी को एक जयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टर से मिली जानकारी के मुताबिक डायबिटीज की वजह से फरीद साबरी की किडनी और फेफड़ों पर काफी असर हुआ था। उनका निमोनिया बिगड़ गया था। उनके पार्थिव शव को जयपुर में उनके पैतृक निवास रहे मथुरा वालों की हवेली पर लाकर रखा गया। इसके बाद घाटगेट स्थित कब्रिस्तान ले जाया गया।