(www.arya-tv.com)कोरोना महामारी से देश में चौतरफा आर्थिक नुकसान हो रहा है। इसमें सिनेमाघरों की हालात बेहद खराब स्थिति में पहुंच गई है, क्योंकि इस सेक्टर में पहली लहर से जारी सख्ती अब तक है। इसका नतीजा यह हुआ कि मल्टीप्लेक्स कंपनी PVR को चौथी तिमाही में 289.1 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। साल भर पहले की समान तिमाही में 74.5 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। इसी तरह आइनॉक्स लेजर को भी मार्च तिमाही में 93.69 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
PVR का रेवेन्यू और एबिटा घटा
कंपनी ने रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि PVR का रेवेन्यू जनवरी से मार्च तिमाही में 263.3 करोड़ रुपए का रहा, जो सालभर पहले 661.78 करोड़ रुपए से 60.2% कम है। एबिटा भी 86.8% घटकर 25.1 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले साल की चौथी तिमाही में 189.3 करोड़ रुपए रहा था।
आइनॉक्स ग्रुप के डायरेक्टर सिद्धार्थ जैन ने कहा कि कोरोना से पूरे फाइनेंशियल इयर में कंपनी को भारी घाटा हुआ। एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने बताया कि बिजनेस ठप रहने से रेवेन्यू 75.66% गिरकर 90.44 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में 371.58 करोड़ रुपए रहा था।
लॉकडाउन की सख्ती से इंडस्ट्री पर बुरा असर पड़ा
PVR ने कहा कि लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग, कमजोर आत्मविश्वास और सीमित कॉन्टेंट फ्लो का असर पूरे इंडट्री पर पड़ा। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल के मुताबिक सख्त और पाबंदियों से इंडस्ट्री में कैश लॉस हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक फाइनेंशियल इयर 2020-21 में 900 करोड़ रुपए का कैश घाटा हुआ, जो पिछले साल 785 करोड़ रुपए के कैश प्रॉफिट में रहा था।
PVR ने कहा कि चौथी तिमाही में कोई बड़ी बॉलीवुड और हॉलीवुड फिल्म नहीं रिलीज हुई। यह पूरा साल मल्टीप्लेक्स इंडस्ट्री और कंपनी के लिए घाटे वाला रहा। क्रिसिल रेटिंग्स ने कहा कि अगले कुछ महीनों के लिए सिनेमाघरों में क्षमता पर इसी तरह की पाबंदियां जारी रहने वाली है। जो पिछले फाइनेंशियल इयर से जारी है।
फूड एंड बेवरेजेज सेगमेंट का रेवेन्यू में बड़ी हिस्सेदारी
- आइनॉक्स लेजर के सीईओ आलोक टंडन के मुताबिक कंपनी के कुल रेवेन्यू में फूड सेगमेंट की हिस्सेदारी 22-25% की है। 2020 में फूड बिजनेस से 500 करोड़ रुपए का रेवेन्यू आया था। कंपनी आगे फूड एंड बेवरेज सेगमेंट पर फोकस कर रही है।
- कंपनी की योजना फाइनेंशियल इयर 2021-22 में कुल आमदनी में इस सेगमेंट की हिस्सेदारी 30-35% करने की है। इसी दौरान कंपनी रेडी टू ईट प्रोडक्ट लॉन्च करेगी। जिसमें पुलाव, बिरयानी, दाल मखनी, राज्मा चावल, पास्ता, गार्लिक ब्रेड और चिली चीज टोस्ट शामिल हैं।
- मल्टीप्लेक्स कंपनियों का इनकम मुख्य रूप से तीन सेगमेंट से आता है, जिसमें बॉक्स ऑफिस कलेक्शन, फूड एंड बेवरेजेज और विज्ञापन शामिल हैं। रेनेव्यू में इनकी हिस्सेदारी 92-95% है। इसमें बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की भागीदारी सबसे ज्यादा है। प्री-कोविड (2019) में PVR का 65% रेवेन्यू टिकट और 27% फूड एंड बेवरेजेज से आया था।
फाइनेंशियल इयर के दूसरे हाफ में स्थिति सुधरने की उम्मीद
कोरोना की पहली लहर में मार्च से अक्टूबर 2020 के दौरान मल्टीप्लेक्स बंद रहे थे। इसे अनलॉक प्रक्रिया के तहत खोला ही जा रहा था कि महामारी की वापसी से हालात बिगड़ गए। हालांकि चालू फाइनेंशियल इयर के दूसरे हाफ में रिकवरी की उम्मीद है। देश में कुल स्क्रीन का 5वां हिस्सा महाराष्ट्र में है, जो महामारी के चलते सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। नतीजा यह रहा कि नई फिल्मों की रिलीजिंग भी रुक गई।
वैक्सीनेशन पर रहेगी नजर
PVR के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अजय बिज्ली ने कहा कि ज्यादा वैक्सीनेशन होने से स्थिति सामान्य होगी। ऐसे में हमें उम्मीद है कि कंपनी का कारोबार एक बार फिर मजबूती से सुधरती। वर्तमान में कई राज्यों पाबंदियों और सख्ती के चलते कोई सिनेमाघर नहीं खुला है।
लगातार घाटे में है एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री
फिक्की और EY रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म एंटरटेनमेंट से रेवेन्यू में भारी गिरावट दर्ज की गई। 2020 में देश के 9,527 स्क्रीन में से 6,327 सिंगल स्क्रीन और बाकी मल्टीप्लेक्स हैं। इसमें से करीबन 20% स्क्रीन के ओनर इंडिपेंडेंट हैं, खासकर जो प्रॉपर्टी नॉर्थ इंडिया के हैं। 2019 के मुकाबले 2020 में रेवेन्यू 62% गिरकर 7,220 करोड़ रुपए का रहा। हालांकि, यह गिरावट में 2021 में 10-20% और बढ़ सकती है।