पूर्वांचल में बरसात होने से जानिए कितना दलहनी-तिलहनी फसलों को हुआ नुकसान

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वाराणसी (www.arya-tv.com) पूर्वांचल के कई जिलों में शाम से रात तक कई बार रह रह कर हुई बरसात से खेतों में मानो राहत बरस गई हो। कई जिलों में आधी रात के बाद आधे घंटे तक बरसात दर्ज की गई है। शहर में थोड़ी देर तक तो अंचलों में शुक्रवार की रात से हवाओं के साथ रुक-रुक कर सुबत तक हो रही बारिश से एक बार फिर से ठंड की वापसी हो गई है। जबकि सोनांचल में सुबह तक बूंदाबादी का दौर जारी रहा।

कृषि विज्ञानियों के अनुसार इस बारिश से गेहूं की फसल को काफी फायदा है तो वहीं दलहनी-तिलहनी फसलों को नुकसान हो सकता है। जबकि सब्जियों में कीटों का प्रकोप हो सकता है। पूर्वांचल के कई जिलों में शुक्रवार की शाम से ही आसमान में बादलों ने डेरा जमा लिया था। रात होते ही हवाओं के साथ तेज बारिश शुरू हो गई, जिसका क्रम शनिवार की सुबह तक रुक-रुक कर जारी रहा। सुबह के बाद भी मीरजापुर, सोनभद्र और चंदौली जिले जो बिहार से सटे हैं वहां भी बूंदाबादी जारी है। बारिश होने से पारे में भी उतार चढ़ाव का दौर जारी है।

सोनभद्र में तिसुही के कृषि मौसम विशेषज्ञ विनीत कुमार यादव ने बताया कि हवा की दिशा दक्षिणी-पश्चिमी रहने के साथ ही इसकी गति 7 से 10 किलोमीटर/घण्टा से चल रही है। इसके सापेक्ष आर्द्रता 74 फीसद रही। आगामी पांंच दिनों मे तापमान मेंं 1-2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है | सुबह-शाम हल्का से मध्यम कोहरा कहीं-कहीं रहने की संभावना है। आगे ठंड बढ़ने के आसार हैं, लेकिन इस बारिश से गेहूं की फसलों को फायदा होगा। जबकि कुछ ऊंचे स्‍थानों पर तेज हवा के झोंके से फसलें लोट भी गई हैं। हालांकि, यह स्थिति कुछ ही जगहों पर आई है। ऐसे में माना जा रहा है कि खेतों में बारिश राहत लेकर आई है।