(www.arya-tv.com) फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) इस वक्त भारत में हैं. गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर वो दो दिवसीय दौरे पर भारत आए हैं. भारत में उन्हें राजकीय सम्मान दिया गया. हालांकि इन सबके बीच मैक्रोन के अपने देश फ्रांस में पीछे से एक बड़ा ‘कांड’ हो गया है. दरअसल, किसान (France Farmer Protest) अपने मांगों को लेकर काफी उग्र हो गए हैं. सरकारी बिल्डिंग के बाहर किसानों ने पब्लिक प्रॉपर्टी को आग के हवाले कर दिया. किसानों ने ट्रैक्टर की मदद से राजधानी पेरिस जाने वाले हाईवे को ब्लॉक कर दिया है.
फ्रांस की राजधानी को शुक्रवार को उत्तरी शहर लिले, बेनेलक्स और ब्रिटेन से जोड़ने वाले मुख्य मोटरमार्गों में से एक को रोक दिया है. जिससे लंबा ट्रैफिक जाम हो गया, जो विरोध प्रदर्शन के कारण होने वाला पहला बड़ा यातायात व्यवधान था. फ्रांस में किसानों का आंदोलन लगातार उग्र होता जा रहा है. किसान संघों ने सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए शुक्रवार को पेरिस और उसके आसपास सड़क जाम करने का आह्वान किया है. किसानों का आरोप है कि उन्हें “कम खाद्य कीमतों और अत्यधिक नियमों” से निपटने में सरकार से पर्याप्त मदद नहीं मिल रही है.
सड़कों पर लगा 4 KM लंबा जाम
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, पेरिस के उत्तर में A1 पर सड़क अवरुद्ध होने के कारण सुबह लगभग 4 किमी लंबा ट्रैफिक जाम हो गया. फ्रांसीसी मीडिया ने बताया कि किसानों ने सुबह के समय पेरिस के दक्षिण में एस्सोन विभाग में सड़क पर बाधाएं खड़ी कर दी. सरकार ने कहा कि वह किसानों के आक्रोश को कम करने के उद्देश्य से पहले तत्काल उपायों की घोषणा शुक्रवार को करेगी
क्या है किसानों की मांग?
शक्तिशाली एफएनएसईए यूनियन ने “वेतन पर तत्काल जवाब”, संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों के लिए तत्काल सहायता औ, लंबी अवधि में “नियमों को कम करने की योजना” की मांग की. प्रदर्शनकारी नेताओं ने कहा कि किसान अगले कदम पर निर्णय लेने से पहले अपनी मांगों के जवाब में शुक्रवार को सरकार से अपेक्षित उपायों की बारीकी से जांच करेंगे. एफएनएसईए के अध्यक्ष अरनॉड रूसो ने कहा, “संकल्प पूर्ण है.” “हम तत्काल उपायों की उम्मीद करते हैं.”