(www.arya-tv.com) गोरखपुर फर्जी केस दर्ज करने वाले गुलरिहा थाने के SSI घनश्याम उपाध्याय और हल्का दारोगा सोनेंद्र सिंह सस्पेंड हो गए। दोनों ने रेस्टोरेंट में तोड़फोड़ और कर्मचारियों पर जानलेवा हमला करने वाले प्रापर्टी डीलर विनोद मिश्रा का फर्जी केस दर्ज किया था। SSP डॉ. गौरव ग्रोवर ने गुरुवार को पुलिस कर्मियों के खिलाफ एक्शन लिया।
हालांकि इस मामले में आरोपी ने रामगढ़ताल थाने में भी ठीक इसी तरह से एक और फर्जी क्रॉस केस दर्ज कराया था। रामगढ़ताल पुलिस ने भी बिना मामले की जांच किए पुलिस अधिकारियों के आदेश पर केस दर्ज कर लिया। इसके बाद गुलरिहा थाने में भी मुकदमा दर्ज होने की जानकारी हुई थी। जिसे लेकर लगातार पुलिस की फजिहत हो रही है।
उपर तक पहुंच रखते रामगढ़ताल इंस्पेक्टर
हालांकि, इस मामले में रामगढ़ताल पुलिस की भी भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे हैं, लेकिन दावा किया जाता है कि रामगढ़ताल थाने के इंस्पेक्टर सुधीर सिंह उंची पहुंच वाले हैं। जिनपर हाथ डालने से अधिकारी भी बचते हैं। शायद यही वजह है कि गैर जनपद ट्रांसफर होने के बाद भी वह चंद महीनों में दोबारा गोरखपुर आकर थानेदारी कर रहे हैं।
एक नवंबर को हुई थी घटना
दरअसल, एक नवंबर की रात को चिलुआताल के मानबेला निवासी विनोद मिश्रा ने अपने साथियों संग सर्किट हाउस के पास स्थित चूल्हा-चौका रेस्टोरेंट में तोड़फोड़ करने के साथ ही कर्मचारियों पर जानलेवा हमला कर दिया था। इस मामले में रामगढ़ताल थाना पुलिस ने रेस्टोरेंट संचालक राहुल सिंह के प्रार्थना पत्र पर विनोद मिश्रा, प्रेम सागर गुप्ता, राजकरन निषाद, प्रभात यादव समेत 19 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था।
CCTV फुटेज के बाद भी हुई क्रॉस FIR
पुलिस को उन्होंने CCTV कैमरे की फुटेज सौंपा था। जिसमें आरोपित कर्मचारियों को पीटते हुए दिख रहे हैं। दो दिन बाद आरोपित विनोद मिश्रा ने चूल्हा चौका रेस्टोरेंट के मैनेजर शशांक, संचालक राहुल सिंह, सहयोगी संग्राम सिंह, बेतियाहाता के पार्षद सोनू तिवारी, अभिषेक पांडेय और 15 अज्ञात पर डकैती समेत गंभीर धाराओं में क्रास एफआईआर करा दिया। विनोद का आरोप था कि खराब भोजन देने पर रेस्टोरेंट के कर्मचारियों ने उनसे अभद्रता की।
ग्लास तोड़कर जान से मारने की कोशिश
विरोध करने पर उनकी कार को तोड़ दिया, बचाने पहुंचे साथियों पर हमला कर दिया। पुलिस को उन्होंने अपनी गाड़ी का टूटा हुआ शीशा दिखाया था। बाद में पता चला कि विनोद मिश्रा ने दो नवंबर को गुलरिहा थाने में भी एक मुकदमा दर्ज कराया था।
गुलरिहा थाना पुलिस को उन्होंने बताया था कि एक नवंबर की रात को कार से घर जा रहे थे। बनगाई के पास अज्ञात लोग कार में तोड़फोड़ करके फरार हो गए।