बांदा (www.arya-tv.com) बांदा में गोवंशी पशुओं को दफनाए जाने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने प्रदेश की सरकार को कठघरे में खड़ा किया है और प्रधानमंत्री से भी सवाल किया है। उन्होंने अपने एक ट्वीट में बुंदेलखंड में गोवंशी पशुओं से क्रूरता पर मुख्यमंत्री योगीआदित्य नाथ को आइना दिखाने का प्रयास किया है। हालांकि उप्र गोसेवा आयोग के सदस्य कृष्ण कुमार सिंह भोले प्रकरण की जांच के लिए अफसरों के साथ बैठक करने आ रहे हैं।
प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड़ा ने बांदा के गोवंशी पशु मध्य प्रदेश में छोड़े जाने और मृत पशु मिलने के मामले में ट्वीट करके प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को घेरा है। वहीं कांग्रेस समेत कई संगठनों ने प्रायश्चित यात्रा निकालकर सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस महासचिव ने अपने ट्विटर अकाउंटर से सोमवार को दो ट्वीट किए हैं।
पहले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल किया- आपकी सरकार के प्रशासन ने बांदा में सैकड़ों जिंदा गायों को दफना दिया। आपकी सरकार में गोशालाओं में गो-माता क्रूरता व अमानवीयता की शिकार हैं। दूसरे ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित है। इसमें कहा है कि आप उत्तर प्रदेश में हैं, क्या गोशालाओं की दुर्दशा पर यूपी सरकार से जवाब मांगेंगे?
ट्वीट में लिखी ये बातें
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि, योगी जी आपकी सरकार के प्रशासन ने बांदा में सैकड़ों जिंदा गायों को दफना दिया। आपकी सरकार में गोशालाओं में गौमाता क्रूरता और अमानवीयता का शिकार हो रही हैं। दूसरे ट्वीट में लिखा है- नरेंद्र मोदी जी आप उप्र में हैं, क्या आप गौशालाओं की दुर्दशा पर उत्तर प्रदेश सरकार से जवाबदेही मांगेंगे?
गोसेवा के सदस्य जानेंगे हकीकत
उत्तर प्रदेश गोसेवा आयोग के सदस्य कृष्ण कुमार सिंह भोले मंगलवार दोपहर बांदा सर्किट हाउस पहुंचकर नरैनी से मप्र में छोड़े गए पशुओं को लेकर हकीकत जानेंगे। वह अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। साथ ही गोशालाओं का निरीक्षण कर गोवंशी पशुओं की मौजूदा स्थिति भी देखेंगे।
प्रायश्चित यात्रा निकाली : नरैनी में बुद्धि शुद्धि यज्ञ के बाद कांग्रेस पदाधिकारियों ने नौ गांवों में प्रायश्चित यात्रा निकाली। मोतियारी, पड़मई, पिपरहरी,भवई, सराई, चौरिहन पुरवा, पचोखर, कछिया पुरवा, गर्गन पुरवा गांवों में यात्रा घूमी।
गोवंशी पशु प्रकरण में कब-क्या हुआ
04 दिसंबर : 10 ट्रकों में नरैनी से गोवंशी पशु भरकर मप्र के पहाड़ी खेरा जंगल में छोड़े गए।
05 दिसंबर : जंगल में कुछ बीमार गायों के जिंदा दफनाने के आरोप लगे।
06 दिसंबर : गोरक्षकों ने नरैनी मुख्य चौराहा में धरना प्रदर्शन कर जाम लगाया।
07 दिसंबर : सीडीओ की अगुवाई में टीम ने की की जांच।
08 दिसंबर : नरैनी नगर पंचायत के ईओ अमर बहादुर ङ्क्षसह निलंबित।
09 दिसंबर : रात में एसडीएम सुरजीत ङ्क्षसह को डीएम ने हटाया।
10 दिसंबर : चुनाव आयोग की संस्तुति पर एसडीएम नरैनी निलंबित।
11 दिसंबर : मध्य प्रदेश के पन्ना जिला प्रशासन ने पशुओं का पोस्टमार्टम कराया। मुकदमा दर्ज।
12 दिसंबर : मध्य प्रदेश के पन्ना के वन रेंजर ने पहाड़ी खेरा व देवेंद्र नगर जंगल में निगरानी समितियां लगाईं।
13 दिसंबर : कांग्रेस व हिंदूवादी संगठन विरोध प्रदर्शन कर सड़क पर उतरे।