(www.arya-tv.com) जूता कारोबारी की पत्नी अंजलि बजाज की हत्या की साजिश में शामिल नाबालिग बेटी को पुलिस ने गाजियाबाद के बालिका संरक्षण गृह में भेज दिया है। वहीं दोनों आरोपी प्रखर गुप्ता और शीलू को रिमांड पर लेने की तैयारी है। पुलिस को अभी तक मृतका का मोबाइल और आरोपियों के घटना के समय पहने कपड़े अब तक बरामद नहीं हो सके हैं।
थाना सिकंदरा के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही ने बताया कि हत्या की साजिश में मृतका की बेटी भी शामिल थी। इसलिए केस में उसे भी आरोपी बनाया गया है। उसे प्रखर गुप्ता ने अपने जाल में फंसा रखा था। किशोरी ने अपने बयान में कई जानकारियों दी हैं। इस पर उसके बयान भी कोर्ट में दर्ज कराए जाएंगे।
इसके बाद मुकदमे में पाक्सो एक्ट की धारा की वृद्धि की जा सकती है। मृतका अंजलि का मोबाइल नहीं मिला है। आशंका है कि आरोपियों ने मोबाइल को हत्या के बाद भागते समय कहीं फेंका होगा। इसके साथ ही आरोपियों ने अंजलि पर चाकू से वार किए थे। इस दौरान उनके कपड़ों पर खून लगा होगा। आरोपियों से घटना के दिन पहने हुए कपड़े भी बरामद किए जाएंगे। इसके लिए उन्हें रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया जाएगा।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करता था आरोपी
पुलिस को पूछताछ में पता चला कि आरोपी प्रखर क्रिप्टोकरेंसी में भी निवेश करता था। परंतु उसे घाटा हो गया था। इस पर उसने पैसा लगाना बंद कर दिया। उसके दोस्तों से भी पूछताछ की गई है। दोस्तों ने यही बताया कि उसकी दोस्ती कारोबारी की बेटी से थी। उसे कई बार दोस्तों ने मिलते हुए भी देखा था। पुलिस ने दोस्तों के बयान लिए हैं।
बेटी से मिलने नहीं आए पिता
मां की हत्या की साजिश में बेटी के शामिल होने का पता चलने से हर कोई हैरत में है। मंगलवार को बेटी को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश करने के दौरान भी पिता नहीं आए। उसे पुलिस बोर्ड के समक्ष लेकर पहुंची थी। इसके बाद आश्रय गृह पहुंचाया गया।
रिकवर कराएंगे आरोपी के मोबाइल का डेटा
पुलिस ने बताया कि आरोपी प्रखर ने अपने मोबाइल का डाटा डिलीट कर दिया है। इसे रिकवर कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए मोबाइल को फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। मोबाइल मिलने वाला डेटा विवेचना में महत्वपूर्ण साक्ष्य बनेगा