अलकायदा से मिलकर नई टीम बनाने की तैयारी, जानें क्या है पूरा मामला

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(www.arya-tv.com) पाकिस्तानी हक्कानी नेटवर्क और अलक़ायदा के साथ एक नई संयुक्त टीम बनाने की चर्चा की है। अमेरिकी राजकोष विभाग ने इस बात का खुलासा किया है। टेरर फाइनेंसिंग और मनी लॉन्ड्रिंग का मुकाबला करने के लिए अपने काम के मूल्यांकन में अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने इस बात का भी खुलासा किया है कि पिछले साल फरवरी में अमेरिका के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद भी अल-कायदा के साथ अफगान तालिबान के बीच नजदीकी बढ़ी है।

हक्कानी नेटवर्क को अमेरिकी स्टाफ के पूर्व अध्यक्ष एडमिरल माइक मुलेन द्वारा पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) एजेंसी के हिस्से के रूप में वर्णित किया गया था। पिछले साल काबुल में सिख पूजा स्थल पर हुए हमले के लिए इसे लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के साथ दोषी ठहराया गया था। इसमें लगभग 30 लोग मारे गए थे।

जनवरी को अमेरिकी ट्रेजरी विभाग ने पेंटागन को कुछ दस्तावेज सौंपे हैं, जिसमें कहा गया है, “वरिष्ठ हक्कानी नेटवर्क के आंकड़ों ने अल-कायदा द्वारा सहयोग और वित्त पोषित सशस्त्र सेनानियों की एक नई संयुक्त इकाई के गठन पर चर्चा की है।” हालांकि इससे इतर कोई विवरण नहीं दिया गया है।

हक्कानी नेटवर्क पर अक्सर अफगानिस्तान में भारतीय हितों को अपना टारगेट बनाने का आरोप लगाता है। कुछ रिपोर्टों ने सुझाव दिया है कि पिछले साल मार्च में काबुल में भारतीय दूतावास को निशाना बनाने में असमर्थ होने के बाद सिखों पर हमला किया गया था। दस्तावेज़ में हक्कानी नेटवर्क को “उत्तरी वज़ीरिस्तान, पाकिस्तान में स्थित संगठन” के रूप में वर्णित किया गया है जो पूर्वी अफगानिस्तान और काबुल में सीमा पार संचालन करता है।