प्रयागराज (www.arya-tv.com) फ्लाइंग सिस्टर्स के नाम से रोजी और रेशमा मशहूर हैं। इनमें रेशमा पटेल ने वर्ल्ड वाकिंग चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर लिया है। अंडर 20 महिला वर्ग के लिए वह भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगी। इस वर्ग में वह पूरे देश से इकलौती महिला खिलाड़ी हैं। उनके चयन से प्रयागराज के खेल प्रेमियों में खुशी की लहर है। रेशमा के परिवार के लोगों को बधाई भी दी जा रही है।
तीन राष्ट्रीय रिकार्ड बना चुकीं रेशमा प्रयागराज के सोरांव निवासी हैं
वर्ल्ड वाकिंग चैंपियनशिप में भारतीय टीम में कुल 11 एथलीट शामिल हैं। चार से पांच मार्च को ओमान के मस्कट में होने वाली इस विश्व चैंपियनशिप में रेशमा पटेल के पास पूरी दुनिया के सामने खुद को साबित करने का मौका होगा। तीन नेशनल रिकार्ड बना चुकी रेशमा पटेल प्रयागराज के छोटे से गांव तीली का पूरा सोरांव की रहने वाली है। रेशमा के पिता विजय बहादुर पटेल साधारण किसान हैं।
रेशमा के भाई इंद्रजीत अंतरराष्ट्रीय एथलीट हैं
रेशमा के भाई इंद्रजीत पटेल अंतरराष्ट्रीय एथलीट है। मौजूदा समय में वह ओएनजीसी में तैनात हैं। अपने भाई के नक्शे कदम पर आगे बढ़ रही रेशमा अपनी बहन रोजी के साथ वाकिंग रेस यानी पैदल चाल की तैयारी कर रही हैं। रेशमा ने 14 साल की उम्र में अंडर 16 के नेशनल रिकार्ड की बराबरी की। अंडर 19, अंडर 20 का नेशनल रिकार्ड अपने नाम किया।
दुनिया के सामने खुद को साबित करने का मौका : रेशमा
दैनिक जागरण से फोन पर हुई बातचीत के दौरान रेशमा ने बताया कि विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने पर वह बहुत उत्साहित हूं। पूरी दुनिया के सामने खुद को साबित करने का यह शानदार मौका है। इस समय फिटनेस भी बेहतर है। मैदान पर अपना सौ प्रतिशत दूंगी।
फर्राटा दौड़ में देवेश व ज्योति अव्वल
राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन इंटर कालेज हिंदी विद्यापीठ महेवा में नेहरू युवा केंद्र की ओर से विकास खंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। वालीबाल प्रतियोगिता में डांडी स्पोर्टिंग क्लब विजेता रही। जेआरडी स्पोट्स क्लब को उपविजेता घोषित किया गया। 100 मीटर दौड़ में देवेश कुमार अव्वल रहे। अरुण कुमार दूसरे और वंश कुमार तीसरे स्थान पर रहे। छात्राओं में ज्योति को प्रथम, पूनम को द्वितीय स्थान मिला। 200 मीटर दौड़ में सागर शर्मा पहले, आदित्य दूसरे और साहिल तीसरे स्थान पर रहे। छात्रा वर्ग में ज्योति प्रथम स्थान पर रहीं, जबकि पूनम और आरती को क्रमश: द्वितीय और तृतीय स्थान पर संतोष करना पड़ा।