सरोजनीनगर। लखनऊ के कमीशनर जहां एक ओर अपने मातहतों को जनता से मित्रवत व्यवहार करने की नसीहत दे रहे हैं वहीं उनके मातहत सुधरने का नाम तक नहीं ले रहे हैं और आम जनता से तो दूर अब ये पुलिस कर्मी समाज में एक ख्याति प्राप्त करने वाले समाजिक कार्यकर्ताओं से भी अभद्रता करने से बाज नहीं आ रहे हैं जिसका सबसे बड़ा कारण है ये समाज सेवी जब इन पुलिस कर्मियों की ख्वाइश पूरी नहीं कर पाते हैं तो ये पुलिस कर्मी इन पर झूठे आरोप लगाकर उन्हें बदनाम करने का प्रयास करते हैं और फर्जी मुकदमे हों फर्जी एनकाउंटर में भी फांस देते हैं।
वहीं कुछ मीडिया कर्मी भी पुलिस के इस कार्य में कंधा से कंधा मिलाने का काम करती है। मामला राजधानी के थाना क्षेत्र सुशांत गोल्फ सिटी की पुलिस चौकी अहिमामऊ इलाके का है जहां १३ अप्रैल को सरसवां अर्जुन गंज निवासी समाज सेवी उदय प्रताप सिंह जो एक सम्भ्रान्त परिवार के हैं साथ ही जय गुरुदेव ट्रस्ट से जुड़े हैं और लाकडाउन शुरू होने के बाद लगातार समाजिक दायित्वों का निर्वहन भी कर रहे हैं।
उदय प्रताप का कहना है कि वे लाकडाउन के चलते प्रतिदिन १००० गरीबों को लंच पैकेट व कच्चा राशन प्रतिदिन पहुंचा रहे हैं जो कि अब तक 50000 पचास हजार लोगों को राशन पहुंचाने का काम कर चुके हैं सोमवार १३ अप्रैल को उदय स्वयं अपने मित्रों के साथ २ गाड़ियों से जरूरत मंदो के यहां राशन पहुंचाने जा रहे थे जबकि २ गाड़ियों का शासन द्वारा पास भी मुहैया कराये गये थे। जिसके बावजूद चौकी प्रभारी गोल्फ सिटी अंजनी तिवारी 5-6 लोगों के साथ सिविल ड्रेस थे और देखते ही ही धारा १४४ का हवाला देते हुए गाली गलौज करने लगे हम लोग वहां से रवाना हो गए उदय प्रताप के मुताबिक जैसे ही वे अपने घर पहुंचने से पहले अहिमामऊ शहीद पथ पुल के नीचे सुल्तानपुर हाइवे पर पहुंचते ही उदय यह देखकर हैरान हो गए की पुलिस द्वारा उनको जबरन रोकने के लिए बैरियर लगा दिया गया और मौके पर गोल्फ सिटी चौकी प्रभारी अंजनी तिवारी अहमामऊ चौकी प्रभारी सतीश मिश्रा व 40-50 सिपाही भी मौजूद थे।
जिसमें सिपाही मनजीत दिलीप विजय पाल राम औतार व दीवान कमलेंद्र तिवारी भी मौजूद थे बताते चलें कि इन सिपाहियों में २ सिपाही लगभग १० साल से इसी चौकी पर तैनात हैं बस फिर क्या था दोनों चौकी प्रभारी ने उदय व इनके मित्रों को कालर पकड़कर गाड़ी के नीचे खींच लिया और और पब्लिक के सामने लात घूसो से जमकर पिटाई की जब कि पीड़ित लगातार यह बताने का प्रयास कर रहा था कि उसकी गाड़ियों के पास बनें हैं जिसका वे सही तरीके से अनुपालन कर रहे हैं गाड़ी में दो लोग ही सवार थे और रात भर बंद कर सभी पुलिस कर्मियों ने जमकर टार्चर किया पीड़ित का कहना है कि उसने चौकी प्रभारी के कहने पर चौकी में एसी व चैम्बर भी बनवाया था लेकिन चौकी प्रभारी आये दिन कुछ न कुछ रूपए की मांग किया करते थे जिसकी वजह से व्यक्तिगत खुन्दश निकालते हुए पुलिस कर्मियों ने ऐसा किया उदय प्रताप सिंह का कहना है कि उन्होंने लखनऊ के पुलिस कमिश्नर, डीजीपी से भी शिकायत की है लेकिन अभी भी इन पुलिस कर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।