(www.arya-tv.com)यूपी में आपराधिक गतिविधियों के साथ ही भू माफिया, खनन माफिया, शराब माफिया, शिक्षा माफिया समेत कई सरकारी कामों में वर्चस्व रखने वाले 3371 माफिया चिन्हित हुए हैं। योगी सरकार ने प्रदेश के माफियाराज पर अंकुश लगाने के लिए चिन्हित माफिया के खिलाफ पिछले साढ़े चार सालों में 19,121 मुकदमे दर्ज कर 2281 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके साथ ही 42 आरोपियों के खिलाफ एनएसए और 1530 पर गैंगेस्टर की कार्रवाई करते हुए 67 की कुर्की कर दी। वहीं इनमें से 1030 माफिया के खिलाफ गुंडा एक्ट और 911 की हिस्ट्रीशीट खोल कर निगरानी शुरू कर दी गई। जबकि 44 के शस्त्र निरस्त किए गए हैं।
644 अपराधियों पर लगा एनएसए, 151 का हुआ एनकाउंटर
योगी सरकार में पुलिस ने अपराधियों पर नकेल कसते हुए 644 के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की। वहीं अराजकता फैलाने वाले 151 अपराधियों को एनकाउंटर में मार गिराया। वहीं 3196 अपराधी पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल हुए। पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट में 42 हजार के तहत कार्रवाई की।
पिछले साढ़े चार साल में सबसे ज्यादा मेरठ में हुई मुठभेड़
यूपी में पिछले साढ़े चार साल में 8625 एनकाउंटर, 151 बदमाश ढेर, 16 पुलिसकर्मी शहीद, 3382 अपराधी घायल हुए हैं। एनकाउंटर करने में मेरठ जोन सबसे ऊपर रहा।
- मेरठ जोन में 2888 एनकाउंटर
- आगरा जोन में 1896 एनकाउंटर
- बरेली जोन में 1187 एनकाउंटर
- वाराणसी जोन में 515 एनकाउंटर
- कानपुर जोन में 503एनकाउंटर
- गौतमबुद्ध कमिश्नरी 495 एनकाउंटर
माफिया की 19 सौ करोड़ रुपए की संपत्ति की गई जब्त
यूपी में माफियाराज पर लगाम लगाने के लिए यूपी पुलिस ने अपराधियों की अवैध तरीके से कमाई गई संपत्ति को भी जब्त और कुछ को ध्वस्त कर दिया। पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट के तहत करीब 19 सौ करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त या ध्वस्त किया है।
