(www.arya-tv.com) यूपी में कई शहरों में जमीन के नाम पर अरबों की धोखाधड़ी करने वाले शाइन सिटी कंपनी का CMD राशिद नसीम अभी तक फरार है। EOW यानी आर्थिक अपराध संगठन के इंस्पेक्टर कृष्णपाल सिंह की तहरीर पर गोमतीनगर थाने में प्रयागराज के करैली निवासी राशिद नसीम के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
अब तक 100 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हो चुके
उनके मुताबिक राशिद ने गोमतीनगर के आर-स्क्वायर में शाइन सिटी कम्पनी लिमिटेड का आफिस खोला था। कंपनी ने किश्तों में प्लाट देने का झांसा देकर अरबों रुपए लोगों से जमा करा भाग गई। इस मामले में डायरेक्टर आसिफ नसीम समेत कई लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। मुख्य आरोपी राशिद नसीम NBW जारी होने के बाद भी फरार है।
अब तक 100 से ज्यादा मुकदमे शाइन सिटी कम्पनी के खिलाफ दर्ज हो चुके हैं। कई जिलों में शाइन सिटी के खिलाफ मामले दर्ज होने पर पूरे मामले की जांच EOW को सौंप दी गई थी। राशिद की लखनऊ और वाराणसी में करोड़ों रुपए की संपत्ति कुर्क करने का आदेश भी वाराणसी कमिश्नरेट से जारी किया जा चुका है।
दुबई से चला रहा ठगी का धंधा
राशिद नसीम ने शाइन सिटी नाम से रियल एस्टेट कंपनी खोली थी। उसने आम लोगों से करीब 60 हजार करोड़ रुपए ठगे। राशिद और उसके भाई आसिफ नसीम के खिलाफ यूपी के अलावा दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुवाहाटी में भी केस दर्ज हैं।
सिर्फ लखनऊ के गोमतीनगर थाने में ही 238 केस दर्ज हैं। प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने भी दोनों भाइयों समेत कंपनी के 6 अफसरों के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया है।
प्रयागराज से शुरू किया गोरखधंधा
राशिद नसीम मूल रूप से प्रयागराज करेली के जीटीबी नगर का रहने वाला है। करीब 20 साल पहले वह मल्टीलेवल मार्केटिंग कंपनी स्पीक एशिया का मामूली एजेंट था। वहां से उसने ठगी सीखी। इसके बाद उसने लखनऊ के डालीबाग में ग्रैंड न्यू अपार्टमेंट में एक ऑफिस खोला।
एक इंच भी जमीन नहीं थी, मगर, खेतों में लगाई होर्डिंग
जनवरी, 2013 में उसने शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रियल एस्टेट कंपनी शुरू की। उसका ऑफिस गोमतीनगर के आर स्क्वायर मॉल में बनाया। राशिद के पास एक इंच भी जमीन नहीं थी। मगर, उसने लखनऊ के आसपास रियल एस्टेट प्रोजेक्ट के प्रचार के लिए खेतों में होर्डिंग लगाई।
किसानों को एक होर्डिंग लगाने के एवज में हर महीने 20 से 25 हजार रुपए किराया दिया। उस जमीन को उसने अपनी साइट बताकर लोगों को दिखा कर ठगी की।