(www.arya-tv.com) आशियाना में मंगलवार रात करीब 11 बजे पुलिस व बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें मोहनलालगंज के इंद्रजीतखेड़ा के पूर्व प्रधान सुजीत पांडेय की हत्या में शामिल दो बदमाश घायल हो गये। पुलिस का दावा है कि इन्हीं बदमाशों ने एक साल पहले प्रॉपर्टी डीलर अशोक यादव की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या की थी।
पुलिस ने इन हत्याओं के संबंध में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें यशोधरा बिल्डर के मालिक मधुकर सिंह यादव व उसके तीन भाइयों ने इन दोनों हत्याओं की साजिश रची थी। पुलिस ने इस मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं एक की तलाश जारी है।
इंद्रजीत खेड़ा के पूर्व प्रधान व मोहनलालगंज कस्बा व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुजीत पांडेय की 20 दिसंबर को गौरा गांव में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बाइक सवार बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया था। बेटे की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर इस हत्याकांड का खुलासा करने में जुट गई। पुलिस ने संपत्ति से लेकर सामाजिक सरोकार के कई बिंदुओं पर पड़ताल की। इस दौरान पुलिस को दो महत्वपूर्ण बिंदु पर अहम सुराग हाथ लगे।
इस हत्याकांड केखुलासे के लिए पुलिस ने 85 लोगों को हिरासत में लिया। जिनमें प्रधान व पूर्व प्रधान सहित कई राजनैतिक दल के कार्यकर्ता भी शामिल थे। वहीं कुछ प्रॉपर्टी कारोबार से जुड़े लोगों से भी पूछताछ की गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सोमवार देर रात को पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे। इसके बाद पुलिस ने कुछ कड़ियां जोड़कर कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। जिसमें हत्या से संबंधित कई राज सामने आ गये। हत्यारोपियों में शामिल शूटर और साजिशकर्ताओं ने आपस में बातचीत करने के लिए नए मोबाइल और सिम का बंदोबस्त भी किया था।
पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के मुताबिक मंगलवार रात करीब 11 बजे पुलिस नटवाडीह बिजनौर रोड पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान बिजनौर होते हुए सरोजनीनगर की तरफ जा रहे दो बाइक सवार बदमाशों ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की। पुलिस ने दोनों को रोकने की कोशिश की तो फायरिंग कर दी। प्रभारी निरीक्षक केशव कुमार तिवारी व उसकी टीम ने बदमाशों पर जबावी फायरिंग की। जिसमें बंथरा के माती का रहने वाला अरुण यादव उर्फ छोटू और मवई मोहनलालगंज का मुलायम घायल हो गया। दोनों बदमाशों को पैर में गोली लगी थी। वहीं इस मामले में एक अन्य शूटर जितेंद्र की तलाश की जा रही है। पुलिस ने इन शूटरों पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था