(www.arya-tv.com)जुल्मों से लड़ती बहनों में, जिंदा हैं अभी फूलन देवी। सितमों से लड़ती बहनों में, जिंदा हैं अभी फूलन देवी…वीआईपी यानी विकासशील इंसान पार्टी ने इस एक गाने से यूपी चुनावों में 20 साल बाद फिर से फूलन देवी को जिंदा कर दिया है। निषाद बाहुल्य 160 सीटों पर वीआईपी पार्टी इसी गाने के साथ प्रचार कर रही है। निषाद पार्टी ने घर-घर तक पहुंचने के लिए भी फूलन का सहारा लिया है।
फूलन देवी की 50 हजार प्रतिमाएं, 5 लाख लॉकेट और 10 लाख कैलेंडर बांटने की तैयारी है। वीआईपी पार्टी के संस्थापक और बिहार सरकार के पशुपालन मंत्री मुकेश साहनी खुद चुनावी रण में उतर चुके हैं।
निषाद जाति से थीं फूलन हमेशा से देवी थीं
मुकेश साहनी कहते हैं कि फूलन देवी निषाद जाति से थीं। उन पर हुए जुल्म और शोषण के बारे में सभी को मालूम है। वह कहते हैं कि चुनावी समय है। जिस चीज से समाज जागरूक हो। उसे तो करना ही चाहिए। फूलन हमेशा से देवी थीं। हम तो बस लोगों को उनकी महानता के बारे में बताकर, उन्हें जगा रहे हैं।
बीहड़ से होते हुए फूलन देवी का सफर संसद भवन तक
कानपुर देहात के छोटे गांव बेहमई से निकलने के बाद चंबल के बीहड़ से होते हुए फूलन देवी का सफर संसद भवन तक चला। अपनी बेइज्जती का बदला लेने की खातिर बेहमई सामूहिक नरसंहार को अंजाम दिया। फूलन के संघर्ष की कहानी 11 साल की उम्र से शुरू होती है। अधेड़ से शादी होने के बाद शोषण के चलते वह घर छोड़ देती है। फिर अगवा होने से लेकर ठाकुरों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म झेलना पड़ता है।
22 ठाकुरों की गोली मारकर हत्या कर दी थी
बदला लेने के लिए फूलन ने 22 ठाकुरों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद उन्हें बैंडिट क्वीन कहा जाने लगा। 1983 में तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी की सरकार ने फूलन से समझौता किया। उन्होंने 10 हजार समर्थकों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। 11 साल तक जेल में फूलन देवी रही। 1994 में मुलायम सिंह यादव की सरकार ने उन्हें रिहा कर दिया। मुलायम सिंह यादव ने 1996 के लोकसभा चुनाव में फूलनदेवी को मिर्जापुर से टिकट दिया। वह 2 बार सांसद रहीं। 2001 में दिल्ली में उनकी हत्या कर दी गई।
शेखर कपूर ने उनके जीवन पर फिल्म बनाई
डकैत से सांसद बनी फूलन देवी की कहानी पर्दे पर आज से 25 साल पहले शेखर कपूर फिल्म बैंडिट क्वीन के जरिए लेकर आए थे। 26 जनवरी, 1996 को रिलीज यह फिल्म आज भी विस्मरणीय है। इस फिल्म में उनके जीवन के संघर्ष को लोगों के सामने लाया गया था।