(www.arya-tv.com) पटियाला में रविवार को दो गुटों में हुई फायरिंग में दो लोग घायल हो गए। फायरिंग की घटना मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के कार्यक्रम के ठीक बाद और आवास के करीब हुई है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि इतनी तगड़ी सुरक्षा के बावजूद आरोपियों का हथियार लेकर पहुंचना और फायरिंग करना कैसे संभव हुआ? घटना नगर निगम ऑफिस के नजदीक NIS चौक पर हुई है।
रविवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने दशहरे के अवसर पर पटियाला में 1100 करोड़ रुपए के 4 बड़े प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की। सिद्धूवाल गांव में महाराजा भूपिंदर सिंह खेल यूनिवर्सिटी का नींव पत्थर रखा गया। 92.7 एकड़ क्षेत्रफल में 500 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली पंजाब की यह पहली खेल यूनिवर्सिटी होगी। इसके अलावा राजपुरा रोड पर अत्याधुनिक नए बस अड्डे का निर्माण भी होगा। कैप्टन अमरिंदर नगर निगम ऑफिस में रैली को संबोधित करने के लिए भी पहुंचे थे।
CM की सभा खत्म होते ही फायरिंग
दोपहर बाद करीब 3 बजे कैप्टन सभा खत्म करते ही निगम ऑफिस से निकल गए। सभा में शामिल लोग भी लौटने लगे। इस दौरान कुछ युवकों ने हरविंदर सिंह जोई को मोटरसाइकल स्टार्ट करते समय रोका और उससे हाथापाई शुरू कर दी। रुमाल लपेटकर पहुंचे दो युवकों ने पांच राउंड फायर किए। गोली मौके पर खड़े दो युवकों को लगी। गोली लगने से घायल युवकों की पहचान पटियाला के चरणजीत सिंह और रेहान के रूप में हुई है।
रेहान की पीठ पर गोली लगी है, जबकि चरणजीत सिंह को दो गोलियां लगी हैं। पुलिस जब तक मौके पर पहुंची, आरोपी भाग निकले। कांग्रेस नेताओं ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। राजिंदरा अस्पताल के बाहर पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया है। मौके पर पहुंचे चौकी न्यू अफसर कॉलोनी इंचार्ज गुरपिंदर सिंह ने कहा कि जख्मियों के बयान लेकर कार्रवाई की जा रही है।
5 महीने पहले हुए कत्ल की रंजिश में वारदात
जानकारी यह भी मिली है कि झगड़ा हरविंदर जोई और एसके खरौड़ ग्रुप के बीच है। करीब 5 महीने पहले थाना अनाज मंडी इलाके में शमशेर सिंह को गोलियां मारकर कत्ल कर दिया गया था। इस मामले में एसके खरौड़ सहित 15 लोगों को नामजद किया गया था। शमशेर सिंह को हरविंदर सिंह जोई निवासी धीरू नगरी सपोर्ट करता था, जिस वजह से एसके खरौड़ ग्रुप के साथ उसकी रंजिश चल रही थी।
