प्रदेश के चार स्टेशनों पर रेलवे यात्रियों को प्रवेश द्वार पर ही अनारक्षित टिकट उपलब्ध करायेगा। इसका सबसे बड़ा फायदा ट्रेनों में रोजाना सफर करने वाले मुसाफिरों को मिलेगा। यात्रियों को टिकट खरीदने के लिए कतारों में नहीं खड़ा होना पड़ेगा। बल्कि एक डिवाइस के जरिए रेलवे कर्मचारी स्टेशनों की एंट्री प्वाइंट पर ही लोगों को टिकट उपलब्ध करा देंगे। जिसका भुगतान नकद या फिर क्यूआर कोड के माध्यम से किया जा सकेगा। वहीं टिकट काउंटर पर पूर्व की भांति व्यवस्था लागू रहेगी।
दरअसल, त्यौहारों के मौसम में प्रदेश के चार स्टेशनों लखनऊ, अयोध्या, वाराणसी और प्रयागराज में भारी संख्या में यात्री पहुंचते हैं। इनमें अनारक्षित टिकट से यात्रा करने वालों की संख्या काफी अधिक होती है। टिकट काउंटरों पर लंबी कतारों की वजह से टिकट लेने में लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यही वजह है कि लोग कई बार बिना टिकट ही ट्रेन की सवारी करते हैं। इन सब समस्याओं के मद्देनजर रेलवे प्रशासन ने मोबाइल अनारक्षित टिकटिंग प्रणाली (एमयूटीएस) को एंट्री गेट पर संचालित करने का फैसला किया है। जल्द ही यह व्यवस्था लागू कर दी जायेगी।
उत्तर रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक कुलदीप तिवारी ने बताया है कि प्रदेश के चार बड़े स्टेशनों पर एमयूटीएस लागू किया जायेगा। इसमें एंट्री गेट पर ही कर्मचारी स्टेशन पर प्रवेश कर रहे यात्रियों का टिकट बना देंगे। जिससे यात्रियों को काउंटर पर जाने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। महिलाओं और बुजुर्गों को इसका विशेष लाभ मिलेगा। यात्री स्टेशन पर एंट्री से पहले टिकट लेंगे और ट्रेन से यात्रा करेंगे। इससे बिना टिकट यात्रा पर भी लगाम लगेगी। वहीं जो लोग मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर पाते वह भी बिना जद्दोजहद के टिकट ले सकेंगे। इस तरह की व्यवस्था पहले महाकुंभ के समय में लागू की गई थी।
पुरानी व्यवस्था लागू रहेगी
रेलवे प्रशासन कर्मचारियों के जरिये मोबाइल अनारक्षित टिकटिंग प्रणाली यानी मोबाइल अनरिजर्वड टिकटिंग सिस्टम लागू करने जा रहा है, लेकिन पहले से चल रहा मोबाइल यूटीएस एप और काउंटर पर टिकट लेने की व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं होगा।
पुरानी और नई व्यवस्था में अंतर
चार स्टेशनों पर शुरू होने जा रहा मोबाइल अनरिजर्वड टिकटिंग सिस्टम कर्मचारियों के जरिये संचालित होगा, जबकि मोबाइल अनरिजर्वड टिकटिंग सिस्टम एप लोग स्वयं संचालित किया करते थे।
रेलवे ने 25 से अधिक स्टेशनों पर चलाया क्लीन फूड अभियान
पूर्वोत्तर और उत्तर रेलवे प्रशासन ने शुक्रवार को प्रदेश के 25 से अधिक स्टेशनों पर क्लीन फूड अभियान चलाया। जिसमें स्टेशनों पर कैंटीन, स्टॉल, भोजनालयों, रसोईघर का अफसरों ने निरीक्षण किया। इस दौरान खाद्य सामग्रियों की एक्सपायरी डेट, लाइसेंस आदि की जांच की गयी। वहीं क्वालिटी कंट्रोल के लिए खाद्य सामग्रियों के नमूने भी एकत्रित किये गये।
खानपान स्टाल, खाद्य सामग्री समेत अन्य चीजों की हुई जांच
मौजूदा समय में रेलवे स्वच्छता पखवारा मना रहा है। इसी के तहत स्टेशनों पर क्लीन फूड अभियान चलाया गया है। ऐशबाग जं. पर अपर मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय तिवारी ने स्टेशन पर खानपान स्टाल,खाद्य सामग्रियों की जांच के अलावा सफाई व्यवस्था और वेंडरों के व्यक्तिगत स्वच्छता की भी जांच की, साथ ही उन्हें जरूरी टिप्स भी दिये।
इन स्टेशनों पर चला अभियान
गोरखपुर, खलीलाबाद, बस्ती, मनकापुर, गोंडा, सिद्धार्थनगर, बढ़नी, मैलानी, लखीमपुर, गोलागोकर्णनाथ, सीतापुर, बादशाहनगर, लखनऊ जं. व ऐशबाग, वाराणसी कैंट,अयोध्या धाम, प्रयाग जं.,जौनपुर, प्रयागराज संगम, मां बेल्हा देवी धाम प्रतापगढ़, शाहगंज, बाराबंकी, अमेठी, जौनपुर, अकबरपुर और उन्नाव स्टेशन पर जांच के बाद सफाई मित्र और वेंडरों को जागरूक किया गया। ताकि यात्रियों को स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराया जा सके।