दिल्ली। मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) समेत कुछ मुद्दों पर विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण मंगलवार को लोकसभा की बैठक शुरू होने के करीब 15 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। सदन की बैठक पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन को विशिष्ट दीर्घा में जॉर्जिया के संसदीय शिष्टमंडल के उपस्थित होने की जानकारी दी।
इसके बाद उन्होंने प्रश्नकाल शुरू कराया तो कांग्रेस समेत विपक्षी दलों के सदस्य एसआईआर के मुद्दे पर नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आ गए। हंगामे के बीच ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद सतीश कुमार गौतम और सौमित्र खान ने क्रमश: उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल से संबंधित पूरक प्रश्न पूछे जिनके संबंधित मंत्रियों ने उत्तर भी दिए।
इस दौरान अध्यक्ष बिरला ने आसन के पास नारे लगा रहे विपक्ष के सदस्यों से अपने स्थान पर जाकर बैठने और प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह किया। उन्होंने कुछ विपक्षी सदस्यों के आचरण पर चिंता जताते हुए यह भी कहा, ‘‘जिस तरह का आपका आचरण मैं संसद के अंदर देख रहा हूं और कई सदस्य सदन के बाहर संसद के लिए जिस भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, वह संसद और देश के हित में नहीं है। अगर उनके राजनीतिक दलों की यही परंपरा है तो देश देख रहा है।’’
बिरला ने शोर-शराबा कर रहे सदस्यों से कहा, ‘‘संसद के अंदर विरोध और असहमति लोकतंत्र का हिस्सा है, लेकिन मर्यादा और शालीनता बनाए रखें। मैं हमेशा हर मुद्दे पर बात रखने के लिए पर्याप्त समय, पर्याप्त अवसर देता हूं, लेकिन आग्रह है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में, दुनिया को मार्गदर्शन देने वाले लोकतंत्र में संसद की मर्यादा और परंपरा भी उच्चकोटि की होनी चाहिए और आपका आचरण विशेष रूप से संसद की मर्यादा के अनुरूप हो।’’ हालांकि, विपक्ष की नारेबाजी जारी रही और अध्यक्ष ने बैठक दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।
विपक्ष के सदस्यों ने मंगलवार को संसद भवन परिसर के मकर द्वार के सामने मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर प्रदर्शन किया और सरकार से इस बारे में संसद में चर्चा करने की मांग दोहराई। कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, उपनेता गौरव गोगोई, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रियंका गांधी वाड्रा सहित कई अन्य नेताओं ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए और हाथों में तख्तियां तथा बैनर लेकर एसआईआर पर चर्चा करने के मुद्दे पर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। विपक्षी दल इस मुद्दे पर लगातार चर्चा की मांग कर रहे हैं। शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को विपक्ष ने लोकसभा में इसको लेकर हंगामा किया जिसके कारण सदन नहीं चल पाया और दो बार के स्थगन के बाद लोकसभा की कार्यवाही भोजन अवकाश के तत्काल बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई थी। इससे पहले सर्वदलीय बैठक में भी विपक्ष के सदस्यों ने इसे अहम मुद्दा बताते हुए कहा था कि इस पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। उनका आरोप है कि इस प्रक्रिया के तहत कई लोगों को मतदान के अधिकार से वंचित किया जा रहा है।
