40 हजार की साड़ी… 30 दिन में 6 लोग मिलकर करते हैं तैयार, लखनऊ में बनी आकर्षण का केंद्र

# ## Lucknow

(www.arya-tv.com) यूं तो हमारे देश में चंदेरी और बनारसी साड़ी के साथ ही चिकनकारी साड़ियां मशहूर हैं, जो महिलाओं के श्रृंगार में चार चांद लगा देती हैं.लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसी साड़ी के बारे में जो पेपर सिल्क की बनी हुई है. यह साड़ी छूने में एक कागज की तरह लगती है. इसकी कीमत 40 हजार रुपए है और यह साड़ी 30 दिन में बनकर तैयार होती है. 6 कारीगर 10 घंटे लगातार इस साड़ी पर काम करते हैं.

इस साड़ी को हाथों की बनी हुई पेपर सिल्क साड़ी कहते हैं. यह साड़ी लखनऊ में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. इसे गोमती नगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में चल रहे शिल्प समागम मेले में पहली बार लेकर के आए हैं जालौन के मोहम्मद दानिश, उन्होंने बताया कि यह साड़ी देखकर लखनऊ के लोग चौंक गए हैं क्योंकि ऐसी साड़ी फिलहाल लखनऊ में नहीं मिलती है. उन्होंने बताया कि इस पर जरी कढ़ाई का गोल्डन वर्क किया जाता है. यह साड़ी चिकनकारी साड़ी से भी ज्यादा खूबसूरत लगती है.

एक लाख की कश्मीरी कारपेट भी है यहां
इस मेले में कश्मीर से पहली बार एक लाख रुपए की कारपेट लेकर पहुंचे हैं अकीब उन्होंने बताया कि यह कारपेट हाथों से बनाई जाती है और 10 लोग मिलकर इसे बनाते हैं. इसमें बारीक डिजाईन और कारीगर का ज्यादा काम होने की वजह से इसकी कीमत एक लाख रुपए है. यह कारपेट भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.

बंपर सेल भी चल रही
इस मेले में महिलाओं और लड़कियों के लिए खरीदारी का अच्छा मौका है. करवा चौथ और नवरात्रि की खरीदारी के लिए इस मेले में जयपुर और उदयपुर की जूतियां हैं, जिनकी कीमत सिर्फ 200 रूपए है. मध्य प्रदेश के स्टोन के बने हुए कानों के झुमके और बाली हैं जिनकी कीमत सिर्फ 25 रुपए से शुरू है. इसके अलावा यहां पर राजस्थान के सूट और साड़ी के साथ ही बनारसी साड़ी और हरियाणा के कुंदन और मीनाकारी डिजाइन के कानों के झुमके और गले के हार पर भी बंपर सेल पर चल रही है. सभी की शुरुआत सिर्फ 50 रुपए से है. इसके अलावा कश्मीरी बैग पर भी 200 रुपए की सेल चल रही है.