आगरा(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में जैतपुर के बड़ा गांव की सामाजिक पंचायत ने महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश की है। गांव में रविवार को हुई पंचायत में परास्नातक बेटी को प्रधान बनाने का फैसला किया गया। करीब चार घंटे चली पंचायत में प्रधान पद के अन्य पांच दावेदारों ने फैसले का स्वागत करते हुए चुनाव नहीं लड़ने पर रजामंदी जताई। पंचायत में गांव की तरक्की के मद्देनजर लिए गए इस निर्णय की क्षेत्रभर में चर्चा हो रही है।
जैतपुर ब्लॉक के बड़ा गांव में निवर्तमान प्रधान प्रहलाद सिंह, भुल्ले गुर्जर, राजकुमार, सियाराम, गीता और सरला सिंह गुर्जर इस बार प्रधान पद के लिए दावेदार थे। रविवार को गांव के हनुमान मंदिर पर सभी समाज के लोग जुटे। पंचायत में गांव के विकास और तरक्की के लिए सरला सिंह गुर्जर के रोड मैप से समाज के लोग प्रभावित हुए। इस पर सभी दावेदारों ने गांव की इस शिक्षित बेटी के हक में चुनाव मैदान से हटने का निर्णय ले लिया।
गांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य की सीट निवर्तमान प्रधान प्रहलाद सिंह गुर्जर के पाले में डाल दी। गांव के किसान किलेदार सिंह की बेटी सरला सिंह गुर्जर पर लिए गए पंचायत के इस फैसले पर बाह, जैतपुर क्षेत्र के गांवों में मिसाल के तौर पर चर्चा हो रही है। परास्नातक और पत्रकारिता की पढ़ाई कर प्रशासनिक अधिकारी बनने की तैयारी कर रहीं सरला सिंह गुर्जर ने पंचायत के फैसले के बाद कहा कि महिलाएं खुले में शौच कर शर्मसार हो रही हैं। बुजुर्ग और विधवाओं को पेंशन तक नहीं मिल रही है। शासन की योजनाओं की उन्हें जानकारी तक नहीं है। वे सभी जरूरतमंदों को उनका हक दिलाने की कोशिश करेंगी।