गोरखपुर (www.arya-tv.com) करोड़ों रुपये की लागत से गोरखपुर के राप्ती नदी के तट पर बने, महायोगी गुरु गोरक्षनाथ घाट और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम घाट की सुंदरता पर पान-गुटखे की पीक बदनुमा धब्बे की तरह उभरने लगीं हैं।
ये वही घाट हैं, जिनका उद्घाटन महज चार दिन पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया था। इस हालत की एक वजह यह भी है कि अभी यहां सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी की जिम्मेदारी तय नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री ने विशेष रुचि लेकर राप्ती तट को पर्यटन स्थल में तब्दील कराया है। करीब 43 करोड़ रुपये की लागत से सिंचाई विभाग ने नदी के दोनों तरफ घाटों पर निर्माण कराया। खूबसूरती के लिए लाल पत्थरों पर नक्काशी कर ‘पालकी’ और ‘गजीबो’ बनाए गए।
लाइटिंग के अलावा पार्किंग स्थल का भी निर्माण किया गया। लेकिन, इस जगह की देखभाल और रखरखाव की जिम्मेदारी अभी किसी विभाग को नहीं दी गई है। ऐसे में न तो यहां सफाई का इंतजाम है और न ही गंदगी करने वालों को रोकने का। यह हाल तब है, जबकि मुख्यमंत्री ने उद्घाटन समारोह में स्पष्ट तौर पर इसकी सफाई व्यवस्था बेहतर बनाए रखने का निर्देश दिया था।
नगर आयुक्त अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि घाटों पर गंदगी की सूचना के बाद इंफोर्समेंट टीम को ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। दरअसल, घाट अभी सिंचाई विभाग से हैंडओवर नहीं हुए हैं। इस वजह से थोड़ी दिक्कत है। सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए इंतजाम किए जाएंगे।