क्या सरफराज छोड़ देंगे पाकिस्तान की कप्तानी

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(Aryatv : Lucknow) Dipti

अबू धाबी में खेले गए इस मुक़ाबले में बांग्लादेश ने पाकिस्तान को 37 रन से हरा दिया. बांग्लादेश ने मुशफिकर (99) और मिथुन (60) की बेहतरीन पारियों और दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 144 रन की साझेदारी के दम पर 48.5 ओवरों में 239 रन बनाए. जवाब में पाकिस्तान की टीम निर्धारित 50 ओवरों में नौ विकेट पर 202 रन ही बना सकी.

इसके साथ ही पाकिस्तान के टूर्नामेंट के फ़ाइनल में पहुँचने के सपने भी बिखर गए और बांग्लादेश की टीम तीसरी बार एशिया कप के फ़ाइनल में पहुँचने में कामयाब रही. फ़ाइनल में बांग्लादेश का सामना भारत से होगा.

पाकिस्तान की टीम हार से मायूस नज़र आई और इसके कप्तान सरफ़राज़ अहमद ने भी इस बात को माना . सरफ़राज़ ने कहा, “अच्छा नहीं लग रहा है. हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं था. बतौर कप्तान मैंने भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया, मैंने टीम को ठीक से लीड नहीं किया.”

शायद इसलिए तकरीबन डेढ़ साल पहले वनडे टीम की कमान संभालने वाले सरफ़राज़ अहमद संकेत दे रहे हैं कि वो कप्तानी छोड़ने जा रहे हैं.

सरफराज के फ़ैसलों पर चर्चा

टूर्नामेंट में सरफ़राज़ के बतौर कप्तान लिए गए फ़ैसलों पर काफ़ी चर्चा हुई. बांग्लादेश के खिलाप  मैच में भी जब टूर्नामेंट में अपना पहला मैच खेल रहे तब जुनैद ख़ान ने बांग्लादेश को चार ओवरों में दो झटके दिए तो सरफराज ने उन्हें गेंदबाज़ी आक्रमण से हटा दिया.

आकाश चोपड़ा ने ट्वीट किया, ” सरफराज ने मैच को मुड़ जाने दिया….चैंपियंस ट्रॉफी में सफलता के बाद उन्हें बहुत ज़्यादा आंका था. एशिया कप में वो इसका अंश भर ही नज़र सरफराज को पिछले साल फ़रवरी में अज़हर अली की जगह पाकिस्तान की वनडे टीम की कप्तानी सौंपी गई थी. 2015 के वर्ल्ड कप में क्वार्टर फ़ाइनल में शिकस्त के बाद मिस्बाह उल हक़ ने अचानक वनडे से संन्यान लेने का ऐलान कर दिया था और इसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अज़हर अली को कप्तान नियुक्त किया था.

इसके बाद सरफराज ने इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफ़ी में टीम का नेतृत्व करते हुए फ़ाइनल में भारत को शिकस्त दी थी और अपनी बेहतरीन नेतृत्व क्षमता का सबूत दिया था.

विकेट पर अच्छी तरह जमने के बाद बल्लेबाज़ों ने जिस तरह अपने विकेट फेंके उससे निश्चित तौर पर टीम प्रबंधन परेशान होगा. अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ मुकाबले को ही लें, बाबर आज़म और इमाम उल हक ने हाफ सेंचुरियां बनाईं और फिर आउट हो गए. ख़ास बात ये रही कि दोनों ने धीमी बल्लेबाज़ी की. पाकिस्तान टीम में इकलौते शोएब मलिक ही रहे जिन्होंने अपनी बल्लेबाज़ी में निरंतरता दिखाई.

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद आफ़रीदी ने भी टीम के ख़राब प्रदर्शन की जमकर आलोचना की. आफ़रीदी ने ट्वीट किया, “बांग्लादेश को मुबारकबाद. पाकिस्तान के प्रदर्शन से निराश हूँ. क्रिकेट में सभी क्षेत्रों में आक्रामक खेल देखने को नहीं मिला. ये वही युवा टीम है जिसने पिछले टूर्नामेंट्स में अच्छा प्रदर्शन किया था और हमारी उम्मीदें बढ़ा दी थी.”

मैच के बाद पूर्व कप्तान रमीज राजा ने कहा कि ये टूर्नामेंट तो आप (पाकिस्तान) के लिए अच्छा नहीं रहा, लेकिन पाकिस्तान जाते हुए सफर सुरक्षित रखिएगा, इस पर सरफ़राज़ ने हंसते हुए कहा, “अभी तो यहीं हैं रमीज भाई.”

पाकिस्तानी सोशल मीडिया में भी सरफ़राज़ की कप्तानी को लेकर खूब चकल्लस मची.

कप्तान सरफ़राज़ ने भी माना कि टीम ने अपनी क्षमता से कम प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा, “हमारी फ़ील्डिंग अच्छी नहीं रही, हमारी बैटिंग धराशाई हो गई और किसी भी क्षेत्र में टीम ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. फ़ख़र हमारे प्रमुख बल्लेबाज़ थे, शादाब और नवाज़ के पास भी मौके थे. हमें अच्छी टीमों के ख़िलाफ़ जीत हासिल करने के लिए बेहतर खेल दिखाने की ज़रूरत है. हमारी बिखरी बल्लेबाज़ी ने हमें सबसे ज़्यादा नुकसान पहुँचाया. शाहीन हमारे लिए प्लस प्वाइंट रहे. उन्हें मौका मिला और साबित किेया कि उनमें प्रतिभा है.

ऐसा नहीं है कि अब चारों तरफ सरफ़राज़ की कप्तानी में कमियां गिनाने वाले लोग ही रह गए हैं. भारत के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने सरफ़राज़ की कप्तानी की तारीफ़ की थी. गांगुली ने कहा था, “सरफ़राज़ बेहद साहसी खिलाड़ी हैं और जिस तरह से उन्होंने पिछले साल चैंपियंस ट्रॉफ़ी में कप्तानी की थी वो शानदार था.”

गांगुली ने ये भी कहा था कि उन जैसे (सरफ़राज़) कप्तान हर रोज पैदा नहीं होते.