ओयो लाईफ बनी भारत की सबसे बड़ी लाॅंन्ग-टर्म को-लिविंग प्लेयर

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  • ओयो लाईफ भारत में अपने लाॅन्च के मात्र एक साल के अंदर बनी सबसे बड़ी लाॅंन्ग-टर्म को-लिविंग प्लेयर

(www.arya-tv.com)देश की सबसे तेज़ी से विकसित होती हुई, लाॅन्ग-टर्म, फुली मैनेज्ड हाउसिंग रेंटल सेवा प्रदाता ओयो लाईफ ने आज घोषणा की है कि यह भारत की सबसे बड़ी प्लेयर बन गई है। अपनी पहली सालगिरह पर ओयो लाईफ ने ऐलान किया कि इसने 9 शहरों- दिल्ली, नोएडा, गुरूग्राम, पुणे, बैंगलुरू, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता में 40000 से अधिक लाईव बैड्स एवं 700 से अधिक लाईव बिल्डिंग्स के साथ देश भर में अपने आप को मजबूती से स्थापित कर लिया है। कंपनी अपनी तरह के पहले, सहज एवं टेक्नोलाॅजी-उन्मुख रेंटल हाउसिंग प्रोडक्ट के साथ हाउसिंग एवं लाॅन्ग-टर्म रेंटल पेशकश में क्रान्तिकारी बदलाव लाई है। आज की पीढ़ी के युवाओं और कामकाजी पेशेवरों को ध्यान में रखते हुए ओयो लाईफ आधुनिक मैनेज्ड, आरामदायक, उच्च गुणवत्ता का लिविंग अनुभव प्रदान कर रही है, जिसके साथ घर ढूंढने, इसे किराए पर लेने और प्रबंधन करने की समस्या हल हो जाती है।

अक्टूबर 2018 में लाॅन्च की गई ओयो लाईफ वर्तमान में 85-90 फीसदी आॅक्यूपेन्सी (परिपक्व इमारतों में) दर्ज कर रही है, इसके 95 फीसदी निवासी अपने स्टे को नवीनीकृत कर रहे हैं और इसे स्टे के पसंदीदा विकल्प के रूप में चुन रहे हैं, ओयो लाईफ अपने पोर्टफोलियो में प्रतिमाह- 5000-8000 बैड्स शामिल कर रही है। ओयो लाईफ ने अक्टूबर 2018 में 4 शहरों- गुरूग्राम, नोएडा, बैंगलुरू और पुणे में 100 से अधिक लाईव इमारतों और 500 से अधिक बैड्स के साथ अपना संचालन शुरू किया। अपने लाॅन्च के एक साल के भीतर कंपनी ने 5 अन्य शहरों- दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता में अपना विस्तार कर लिया है। ऐसे में यह देश में सबसे तेज़ी से विकसित होती लाॅन्ग-टर्म रेंटल प्लेयर बन चुकी है। कंपनी ने हाल ही में जाने-माने संस्थानों जैसे आईआईटी दिल्ली और गुरूग्राम की प्लाक्षा युनिवर्सिटी के फैलोशिप प्रोग्राम के साथ साझेदारी के माध्यम से स्टूडेन्ट हाउसिंग सेक्टर में अपनी बढ़ती मौजूदगी की पुष्टि की है।

उद्योग जगत के एग्रीगेटर्स के विपरीत ओयो लाईफ पूरी इमारत को लीज़ पर देती है, इसमें ज़रूरी बदलाव लाती है, इसकी इन्वेंटरी का नियन्त्रण और संचालन का रखरखाव करती है तथा ब्रेक-आउट ज़ोन, कम्युनिटी गेमिंग एवं इंटरैक्शन एरियाज़ के साथ को-लिविंग का बेजोड़ अनुभव प्रदान करती है। रु 5999 की किफ़ायती शुरूआती दरों के साथ ओयो लाईफ की सभी इमारतें आधुनिक सुविेधाओं से युक्त हैं जैसे वाय-फाय कनेक्टिविटी, टेलीविज़न, रेफ्रीजरेटर, फर्नीशिंग, एसी, नियमित हाउसकीपिंग, पावर बैक-अप, सीसीटीवी सर्विलान्स और 24/7 केयरटेकिंग। इस तरह ओयो लाईफ लाॅन्ग-टर्म रेंटल हाउसिंग स्पेस में मांग और आपूर्ति के बीच के अंतर को दूर करती है और उपभोक्ता को बड़े डिपाॅज़िट, लाॅक-इन पीरियड, सुरक्षा की कमी, अप्रत्याशित लिविंग परिस्थितियों, फर्नीशिंग पर व्यय, रखरखाव और अविश्वसनीय हाउसकीपिंग के झंझटों से छुटकारा दिलाती है।

इस उपलब्धि पर अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए रोहित कपूर, चीफ़ एक्ज़क्टिव आॅफिसर, न्यू रियल एस्टेट बिज़नेस, ओयो ने कहा, ‘‘हमने अपने उपभोक्ताओं और इमारतों के मालिकों से मिली प्रतिक्रिया और मांग को ध्यान में रखते हुए ओयो लाईफ की अवधारणा पेश की जो लाॅन्ग-टर्म रेंटल से जुड़ी सभी परेशनियों जैसे बड़ी डिपोज़िट राशि, लाॅक-इन-पीरियड, गैर पारदर्शी भुगतान प्रणाली और सुविधाओं की कमी की समस्या को हल करती है। हमें खुशी है कि भारत में ओयो लाईफ को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है, हम इस उपलब्धि से बेहद उत्साहित हैं। हमने हमेशा से टेक्नोलाॅजी और डिज़ाइन को महत्व दिया है, साथ ही हम अपने इन-हाउस नेटवर्किंग एवं कम्युनिटी कार्यक्रमों के माध्यम से युवा पेशेवरों के समुदाय का निर्माण करना चाहते हैं। मूल रूप से युवा पेशेवरों और पहली बार नौकरी करने वालों को ध्यान में रखते हुए हमने विभिन्न आय वर्गों के परिवारों, वरिष्ठ नागरिकों, कपल्स एवं छात्रों की ज़रूरतों को समझने का प्रयास किया है, जो ओयो लाईफ को अकाॅमोडेशन के पसंदीदा विकल्प के रूप में चुन रहे हैं। परिणामस्वरूप हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में को-लिविंग का बाज़ार तेज़ी से विकसित होगा और ओयो लाईफ में हम 2019 के अंत तक 100,000 से अधिक बैड्स उपलब्ध कराने के लिए तैयार हैं। इसके माध्यम से ओयो हर व्यक्ति को हर स्थान पर गुणवत्तापूर्ण लिविंग स्पेस का अनुभव प्रदान करने के अपने मिशन की दिशा में प्रयासरत है।