प्रधानमंत्री के 25 नवंबर को प्रस्तावित दौरे को लेकर पुलिस ने अयोध्या धाम में फेरी लगाकर सामान बेचने वालों को सत्यापन करना शुरू कर दिया है, अब तक 425 दुकानदारों का सत्यापन हो चुका है। सत्यापित दुकानदार ही दुकान लगा सकेंगे। बिना सत्यापित लोगों द्वारा दुकान लगाने पर उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई भी की जाएगी।ठेले-खोमचे के साथ पटरी दुकानदारों के चलते रामपथ पर जगह अतिक्रमण भी दिखता है। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर के निर्देश पर ऐसे दुकानदारों को सत्यापन शुरू कर दिया गया है। इसके लिए पुलिस की पांच टीमें लगी हुई है, जो ऐसे दुकानदारों का आधार कार्ड का सत्यापन करा रही हैं। इसमें ठेले पर चाट-समोसा, पूरी-सब्जी, फास्ट फूड, कपड़े, मजीरा, फोटो समेत अन्य सामान बेचने वालों के साथ चंदन टीका लगाने वाले व व्हील चेयर चलाने वाले भी शामिल हैं
इन सभी का सत्यापन कराकर उसे कोतवाली अयोध्या के रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है। साथ ही दुकानदारों को रजिस्टर पर दर्ज नंबर दिया जा रहा है। चेकिंग के दौरान उन्हें अपना नंबर बताना होगा। एसएसपी के स्पष्ट है कि बिना सत्यापित दुकानदारों को किसी भी कीमत पर दुकान लगाने नहीं दिया जाएगा।
ऐसे लोगों के खिलाफ विधिक कार्रवाई भी की जाएगी। साथ ही इन्हें यह भी निर्देश दिया जा रहा है कि यह कहीं एक जगह स्थाई रूप से दुकान नहीं लगा सकेंगे। ध्यान रहे कि अयोध्या धाम में तीन हजार से ज्यादा दुकानदार फेरी लगाकर सामान बेचते हैं, इनमें अधिकतर गैर जनपद के हैं।
किराएदारों को सत्यापन जरूरी, होटल आदि में ठहरे बाहरी लोगों पर भी निगाह
अयोध्या धाम में किरायदारों का भी सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है। पुलिस ने सख्त हिदायत दी है कि बिना पुलिस सत्यापन के कोई भी किसी को मासिक किराए के रूप में कमरा आदि नहीं दे सकता है। मकान मालिक किराए पर कमरा देने से पहले निकटतम पुलिस चौकी, कोतवाली या थाने में किराएदार के संबंध में सूचना दें व उसका पहचान पत्र की फोटो कॉपी जमा कराएं।
