संघ शताब्दी वर्ष के उद्घाटन अवसर पर लखनऊ में 72 स्थानों पर स्वयंसेवकों ने निकाला पथ संचलन

Lucknow
  • कई स्थानों पर घोष दल के साथ निकला संचलन,पुष्पवर्षा से हुआ स्वागत 
  • संगठन गढ़े चलो सुपंथ पर बढ़े चलो की पंक्तियों के साथ बढ़े स्वयंसेवकों के कदम

लखनऊ, 03 अक्टूबर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के सौ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में शताब्दी वर्ष के प्रथम कार्यक्रम विजयादशमी के दिन लखनऊ विभाग में 72 स्थानों पर संघ के गणेवशधारी स्वयंसेवकों ने पथ संचलन किया। पथ संचलन में शामिल बाल,वृद्ध,तरूण स्वयंसेवकों में काफी उत्साह देखने को मिला। संचलन गीत ‘संगठन गढ़े चलो सुपंथ पर बढ़े चलो, भला हो जिसमें देश का वह काम सब किये चलो’ की पंक्तियां दोहराते हुए स्वयंसेवकों ने संचलन पूर्ण किया। कई बस्तियों में घोष दल के साथ स्वयंसेवकों ने पथ संचलन निकाला। स्थानीय नागरिकों ने संचलन में शामिल स्वयंसेवकों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य प्रेम कुमार और कुण्डरी बस्ती में इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री संजय श्रीहर्ष और  विवेकानन्द नगर में विद्या भारती के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री यतीन्द्र जी,विद्या भारती के क्षेत्र संगठन मंत्री हेमचन्द्र और सह क्षेत्र प्रचार प्रमुख मनोजकांत शामिल हुए।

क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख मनोज जी केशव नगर, क्षेत्र प्रचार प्रमुख सुभाष जी हनुमान नगर, क्षेत्र धर्म जागरण प्रमुख अभय जी लक्ष्मण नगर,विभाग प्रचारक अनिल जी वीर हकीकतनगर के विजयादशमी कार्यक्रम में वक्ता के रूप में उपस्थि रहे। दीनदयाल नगर की दयानन्द बस्ती में पूज्य महामण्डलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरि महाराज ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

धर्मपाल सिंह और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने किया संचलन –
आनंद नगर की पटेल बस्ती के पथ संचलन में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रान्त के विशेष सम्पर्क प्रमुख प्रशान्त भाटिया पथ संचलन में शामिल हुए। लक्ष्मण नगर में भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री घनश्याम शाही और विश्वेश्वर बस्ती में पूर्व मंत्री डा.महेन्द्र सिंह ने स्वयंसेवकों के साथ पथ संचलन किया।

इन कार्यक्रमों में संघ के पदाधिकारियों ने स्वयंसेवकों से वर्ष भर पंच परिवर्तन पर काम करने और समाज और सज्जन शक्तियों को जोड़ने का आहवान किया। वक्ताओं ने शाखा को समाज निर्माण का केंद्र बनाने बस्तियों, परिवारों और समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुँचकर समरसता का संदेश फैलाने का आहवान किया।

हनुमान नगर में विजयादशमी उत्सव को संबोधित करते हुए क्षेत्र प्रचार प्रमुख सुभाष जी ने कहा भारत को परमवैभव पर ले जाने के लिए संगठित होकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि संघ विचारधारा को घर—घर पहुंचाना है।
क्षेत्र धर्म जागरण प्रमुख श्रीमान अभय जी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लिए विजयादशमी का दिन प्रेरणा और संकल्प का दिवस है। यह हमें अपने जीवन में अनुशासन, संगठन, सेवा और देशभक्ति को उतारने का संदेश देता है। आज हम सब विजयादशमी के पावन अवसर पर एकत्र हुए हैं। यह दिन भारतीय संस्कृति में धर्म की अधर्म पर विजय, मर्यादा की असीम शक्ति और सत्य की स्थायी विजय का प्रतीक है।
यह पर्व हमें सिखाता है कि सत्य की शक्ति कभी क्षीण नहीं होती, अंततः वही विजयी होता है। विजयादशमी हमें प्रेरणा देती है कि हम अपने जीवन में असत्य, अन्याय, लोभ, मोह और अहंकार पर विजय प्राप्त करें। अन्य वक्ताओं ने समाज जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में स्वयंसेवकों से सेवा, संगठन और संस्कार के माध्यम से भारत को विश्व गुरु बनाने में योगदान देने की अपील की।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह अमितेष ने बताया कि शताब्दी वर्ष में संघ ने वर्ष भर अनेक कार्यक्रमों की योजना बनाई है। लखनऊ विभाग में 02 अक्टूबर से लेकर 12 अक्टूबर के बीच 411 स्थानों पर पथ संचलन निकालने की योजना बनी है। विजयादशमी के अवसर पर संघ की ओर से 72 बस्तियों में पथ संचलन के कार्यक्रम संपन्न हुए। शेष बस्तियों में पथ संचलन 05 और 12 अक्टूबर को संपन्न होंगे।