आगरा (www.arya-tv.com) ताजनगरी और कानपुर की मेट्रो में वायरलेस कम्यूनिकेशन सिस्टम होगा। ऑप्टिक फाइबर उपकरण, रेल रेडियो, मास्टर क्लॉक समेत कम्यूनिकेशन के सभी यंत्र हिमाचल फ्यूचरस्टिक कम्यूनिकेशन लिमिटेड (एचएफसीएल) विकसित करेगी। इसके लिए आगरा व कानपुर मेट्रो उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) करीब 217 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
आगरा में एचएफसीएल सिर्फ पहले कॉरिडोर में कम्यूनिकेशन सिस्टम विकसित करेगी। कानुपर में दोनों कॉरिडोर पर काम होगा। यूपीएमआरसी ने अक्तूबर, 2020 में मेट्रो रेल के अंदर टेलीक्यूनिकेशन कार्य की निविदाएं जारी की थीं। एचएफसीएल ने प्रोजेक्ट हासिल कर लिया है। कानपुर में 32 किमी लंबे दो कॉरिडोर और आगरा में 14 किमी लंबे एक कॉरिडोर के लिए एचएफसीएल टेलीक्यूनिकेशन नेटवर्क तैयार करेगी।
आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट के डायरेक्टर अरविंद राय ने बताया कि ट्रेन से लेकर स्टेशन तक वायरलेस कम्यूनिकेशन नेटवर्क होगा। ट्रेटा रेल रेडियो में जीपीएस होगा। इससे ट्रेन की लोकेशन व फॉल्ट भी पता चल जाएंगे।
यात्रियों से भी रेल रेडियो से संवाद किया जा सकेगा। टेलीफोन, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, मास्टर क्लॉक व पैसेंजर इन्फॉरमेशन सिस्टम भी एचएफसीएल को आगरा व कानपुर के लिए सप्लाई करने हैं।
आगरा में पहला मेट्रो कॉरिडोर 14 किमी लंबा है, लेकिन अभी 3 किमी में काम शुरू हो सका है। इधर एचएफसीएल के साथ शर्तों के मुताबिक 36 महीने में टेलीक्यूनिकेशन नेटवर्क का काम पूरा करना होगा।