16 घंटे में बुझाई जा सकी सतपुड़ा भवन की आग:चार फ्लोर में रखी 12 हजार फाइल खाक; CM ने बुलाई रिव्यू बैठक

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(www.arya-tv.com) भोपाल में मध्यप्रदेश सरकार के दूसरे सबसे बड़े सतपुड़ा भवन में सोमवार शाम 4 बजे लगी आग मंगलवार सुबह 8 बजे तक बुझा ली गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर गठित अफसरों की टीम सतपुड़ा भवन में जांच के लिए पहुंची। जांच दल के सदस्य ACS होम राजेश राजौरा ने कहा, ‘प्रारंभिक जायजा लिया है। अभी आग लगने के कारणों पर कुछ कहना जल्दबाजी होगा। सभी मंजिलों पर आग पर काबू पा लिया गया है। 6वीं मंजिल पर धुआं निकल रहा है। हम दोपहर 1 बजे से अपनी जांच शुरू करेंगे।’

भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह का कहना है, ‘आग पूरी तरह से कंट्रोल में है। हमारी प्राथमिकता थी कि कोई जनहानि न हो और आसपास के इलाकों में आग न फैले। मुख्यमंत्री ने पूरे समय इस घटना की मॉनिटरिंग की। केंद्र सरकार से आर्मी की भी मदद ली गई। सभी एजेंसीज – आर्मी, सीआईएसएफ, भेल, एयरपोर्ट अथॉरिटी के प्रयासों से आग बुझा दी गई है।’

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह 10 बजे घटना को लेकर रिव्यू बैठक बुलाई है। सोमवार रात गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।

सरकार का अनुमान है कि आग शॉर्ट सर्किट से आग लगी और एसी के कंप्रेसर में ब्लास्ट होने से फैलती गई। पूरे ऑफिस में 30 से ज्यादा एसी कंप्रेसर में ब्लास्ट हुए हैं। आग बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से शुरू हुई और छठी मंजिल तक पहुंच गई थी। जब आग लगी, तब बिल्डिंग में करीब 1000 लोग थे। भगदड़ में कई लोग घायल हो गए। बताया जा रहा है कि इन 4 मंजिलों में रखी 12 हजार से ज्यादा फाइलें खाक हो चुकी हैं। इनमें ज्यादातर फाइलें चिकित्सा विभाग से संबंधित थीं।

एयरफोर्स से भी मांगी गई थी मदद

नगर निगम, पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम आग को काबू करने में मंगलवार सुबह पांच बजे कुछ हद तक सफल हो गई थी, लेकिन आग को पूरी तरह नहीं बुझा पाई। सुबह 6 बजे सतपुड़ा भवन के पश्चिमी ब्लॉक के पिछले टॉवर से आग की लपटें रुक-रुककर उठ रही थीं। सतपुड़ा भवन की चौथी, पांचवीं और छठवीं मंजिल पर लगी आग को बुझाने लगातार पानी डाले जाने के बाद भी धुएं का गुबार उठता रहा। मौके पर दमकल के करीब 50 वाहन, पानी के करीब 300 टैंकर थे। 16 घंटे बाद इस आग पर काबू पाया जा सका। सरकार ने एयरफोर्स से भी मदद मांगी, लेकिन नहीं मिल सकी।