(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश में चुनाव में कैश का दुरुपयोग रोकने के लिए आईटी विभाग चुनाव आयोग के साथ मिलकर शिकंजा कसने जा रहा है। आयकर विभाग की तयशुदा रकम से ऊपर अगर कैश लेकर चलते हैं तो आईटी विभाग को जवाब देना होगा। शादी ब्याह या किसी घरेलू काम से दो से ढाई लाख की रकम लेकर चलते हैं तो जिला स्तर पर अधिकारियों को पहले से सूचित करना होगा। यह व्यवस्था चुनाव में धन बल का दुरुपयोग रोकने के लिए की गई है।
काले धन की सूचना के लिए जारी किया टोल फ्री नंबर
उसकी जानकारी डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन को दें
उत्तर प्रदेश के इनकम टैक्स (इंवेस्टिगेशन) के डायरेक्टर जनरल मोहन कुमार सिंघानिया का कहना है कि प्रदेश में चुनाव के मद्देनज़र लोग कैश लेकर चलने से बचें। अगर लेकर चलते हैं तो पहले से उसकी जानकारी डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन को दें। प्रदेश में अगर किसी को भी किसी ऐसे कैश या कीमती चीज़ों की जानकारी मिलती है जिसका चुनाव में दुरुपयोग होने की संभावना है तो वह जानकारी और शिकायत फौरन एक टोलफ्री नंबर 18001807540 पर दी जाए। जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी। बाकायदा इसके लिए हर जिले में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। सिंघानिया का कहना है कि चुनाव साफ तरीके से करवाने और काले धन के प्रयोग से बचने के लिए इस काम को विभिन्न एजेंसियां मिलकर अंजाम देंगी। जैसे अगर किसी भी कैश की जानकारी मिलती है तो स्थानीय चुनाव आयोग की टीम, जीएसटी विभाग उस जांच में साथ रहेगा। अगर शराब की तस्करी की जानकारी मिलती है तो आबकारी विभाग के साथ मिलकर जांच की जाएगी। अगर कैश किसी जायज काम के लिए ले जाया जा रहा है तो उसे छोड़ दिया जाएगा अन्यथा उसे सीज कर लिया जाएगा। सूचना की प्रमाणिकता के आधार पर और जांच के पश्चात उचित मामलों में कानून के अनुसार नकदी आदि को जब्त करने के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी। इस काम के लिए लगभग 300 अधिकारियों और निरीक्षकों की तैनाती की गई है। ये टीमें जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) के जिला नियंत्रण कक्ष के साथ ही जिला स्तर पर अन्य एजेंसियों के नजदीकी समन्वय के साथ कार्रवाई करेंगी।
सड़क से लेकर एयर पोर्ट तक नजर
सिर्फ सड़क मार्ग ही नहीं बल्कि हवाई अड्डों के साथ-साथ ट्रेन के कार्गो से भी अगर कैश या कीमती चीज़ों की आवाजाई होती है तो इसके लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। अन्य राज्यों से आने वाली उड़ानों वाले हवाई अड्डों पर एयर इंटेलिजेंस यूनिट्स (एआईयू) काम कर रहे है । यहां तक कि बैंक खातों से एक निश्चित सीमा से ज्यादा नकदी की निकासी भी जांच के घेरे में होगी।