- प्रकृति से जुड़ने के साथ ही परम्पराओं को अपनाए
- जीवन में आधुनिकता के साथ संस्कारों का समावेश आवश्यक
- बच्चों को संस्कारित करना पहली जिम्मेदारी
लखनऊ । राज्यसभा सांसद एवं यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा ने कहा कि भारत अब एक मजबूत राष्ट्र है जिस पर दुनिया की कोई भी ताकत दवाब नहीं डाल सकती है। इसका कारण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की हर क्षेत्र में बढती हुई क्षमता है। इस ताकत को दुनिया के बडे बडे देश भी अब समझ रहे हैं। सांसद ने कहा कि आज का भारत पाकिस्तान की गोली के जवाब में उसे उसके घर में घुसकर सबक सिखाता है। गोली के जवाब में सफेद कबूतर उडाने का दौर चला गया है। समय आ गया है कि देश को आत्मनिर्भर बनाने में योगदान दें और इसके लिए स्वदेशी को जीवन का मंत्र बनाए। देश की तेजी से बढती अर्थव्यवस्था का स्वरूप दिवाली के समय दिखा था जब भारत के लोगों ने 5 लाख कार और 60000 करोड रुपए का सोना खरीदा था। अब ये वो भारत नहीं है, जिसके लोगों को अमेरिका से आए सडे लाल रंग का गेंहू खाना पडता था।
अब मोदी जी के काल में 10 किलो अनाज मुफ्त मिल रहा है। डा शर्मा ने कहा कि प्रकृति से जुडने के साथ ही परम्पराओं को अपनाए तथा हर व्यक्ति को अपनी विरासत का ज्ञान होना चाहिए। ये विरासत व्यक्ति को जमीन से जोडती है। जीवन में आधुनिकता के साथ संस्कारों का समावेश आवश्यक है। बच्चों को शिक्षा के लिए विदेश भेजना ही काफी नहीं है बल्कि उन्हे संस्कारित करना पहली जिम्मेदारी होनी चाहिए। जो सुख और योग्यता भारत में है वह दुनिया के किसी कोने में नहीं मिलेगी। सुनिश्चित करें कि पर्व पर बच्चे घर जरूर आए और परम्पराओं से जुडे रहे। परम्पराओं से अलग होने पर आनन्द की प्राप्ति नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि अमराई गांव का धनुष यज्ञ के महोत्सव कार्यक्रम करीब 100 वर्ष पुराने इस मेले का आधार ही भारत की प्राचीन परम्पराए हैं।
विविधिता ही भारत की खूबसूरती है और यहां पर अलग अलग तरह की संस्कृति और पर्व हैं जिन्हे सभी लोग मिलकर मनाते हैं। उन्होंने कहा कि आज के समय में लोग तनाव में जी रहे हैं। पूर्व के समय में लोगों के पास पैसा कम था पर स्नेह और पारिवारिक रिश्तों में मधुरता अधिक थी । जैसे जैसे पैसा बढा उसने परिवार में दूरिया पैदा कर दी और आज व्यक्ति अपने तक सीमित होकर रह गया है। घर के बुजुर्ग घर में ही रह गए हैं और बच्चे अपने भविष्य को बनाने के लिए दूर चले गए हैं। मोबाइल ने तो घर में ही दूरियां पैदा कर दी है। एक ही घर में अगर परिवार के चार सदस्य है और वे एक पास भी बैठे हैं तो भी बात कम करेगे और मोबाइल अधिक देखेंगे। स्थिति तो ऐसी आ चुकी है कि अब बैठे कहीं पर हो पर नजर मोबाइल की स्क्रीन पर ही रहती है। सांसद ने कहा कि पहले के समय में लोग एक साथ बैठकर अपने सुख दुख बांटते थे पर आज समय बदल चुका है और लोग अपने सुख की तलाश दूसरे में कर रहे है। यह सोंच ही गलत है । अपने सुख की तलाश खुद करनी होगी जीवन में संतुष्टि का भाव तभी आ सकेगा।
अमराई गांव, लखनऊ में 110 वर्षों से भक्ति, संस्कृति एवं समाज सेवा को समर्पित आयोजन “धनुष यज्ञ महोत्सव” पर आधारित स्मारिका के विमोचन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होकर, सैकड़ों की संख्या में उपस्थितजनों को संबोधित किया।
इस अवसर पर विधायक ज्ञान तिवारी, पूर्व विधायक चंद्रशेखर त्रिवेदी, पूर्व जिला अध्यक्ष बीजेपी दिनेश तिवारी, कार्यक्रम संचालक नारायण दत्त शुक्ला, कार्यक्रम आयोजक दिलीप मिश्रा, क्षेत्रीय पार्षद दीपक लोधी, पार्षद अवधेश त्रिपाठी, पार्षद राकेश मिश्रा, पार्षद अरुण राय, पूर्व पार्षद संजय मिश्रा, पूर्व पार्षद काशीराम, मंडल अध्यक्ष संजय तिवारी ,पूर्व अध्यक्ष कमल पांडे आदि उपस्थित रहे।
