(www.arya-tv.com)कोरोना महामारी के कारण वैक्सीन को लेकर दुनिया तीन हिस्सों में बंट गई है। पहला हिस्सा ऐसे देशों का है जिनके पास अपनी आबादी से कई गुना अधिक डोज हैं, क्योंकि वो देश बहुत अमीर हैं। दूसरा हिस्सा ऐसे देशों का है जो मझधार में हैं यानी उनके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वे अपने देश की पूरी आबादी के लिए डोज खरीद सकें। तीसरा हिस्सा ऐसे देशों का है जो बेहद गरीब हैं और उनके पास दूसरे देशों से वैक्सीन मांगने के अलावा कोई चारा नहीं है।
जहां तक बात अमीर देशों की है तो उन देशों ने दुनिया में बनने वाली वैक्सीन का 48 प्रतिशत हिस्सा अपने पास रख लिया है। इन देशों की आबादी दुनिया का महज 16 प्रतिशत है। इन देशों में अमेरिका, ब्रिटेन जैसे देश शुमार हैं। वहीं, मझधार में फंसे देशों में सर्बिया, ब्राजील और भारत जैसे देश हैं।
बेहद गरीब देशों की स्थिति वैक्सीन पाने के मामले में सबसे बुरी है। इनमें घाना, नाइजीरिया जैसे देश हैं। कुछ गरीब देशों में वैक्सीनेशन अभी शुरू ही हुआ है और कई में तो हुआ ही नहीं है। ड्यूक यूनिवर्सिटी के ग्लोबल हेल्थ इनोवेशन सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार अमीर देशों ने लगभग 53% वैक्सीन आपूर्ति बुक कर ली है। इसलिए 92 गरीब देश 2023 तक भी में अपनी आबादी के 60% का टीकाकरण नहीं कर पाएंगे।
टीकाकरण में इजरायल आगे, तंजानिया ने आस ही छोड़ी
अमीर देश; इजरायल में 60% लोगों को पहली डोज और 58% को दोनों डोज लग चुकीं। ब्रिटेन में 50% लोगों को पहली डोज और 16% से अधिक लोगों दोनों लग चुकीं। अमेरिका में 41% लोगों को पहली और 26% को दोनों डोज लग चुकीं हैं। वहीं, चिली में 41% को पहली और 29% लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं।
मझधार वाले देश; सर्बिया ने अपने यहां 27% लोगों तो दोनों डोज दे दी हैं। ब्राजील में महामारी से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है, वहां 12% कम आबादी वैक्सीन की डोज लगी है। सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता होने के बाद भी भारत में अभी तक 8% से कम लोगों को पहली डोज और 1% से कम को दोनों डोज लगी हैं।
गरीब देश; डब्ल्यूएचओ का लक्ष्य था कि सदस्य देश 20% टीके साल के अंत तक बांटें, लेकिन इसके पूरा होने में संशय है। घाना को फरवरी में टीके मिले थे, वहां महज 3% लोगों को टीका लगा। नाइजीरिया में 1% से कम लोगों को वैक्सीन लगी। दूसरी ओर तंजानिया जैसे देशों ने अब वैक्सीन की आस ही छोड़ दी है।
जापान: राजधानी टोक्यो समेत तीन प्रांतों में आपातकाल की घोषणा
जापान ने राजधानी टोक्यो सहित पश्चिमी क्षेत्र के तीन प्रांतों में कोरोना वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए तीसरे स्तर के आपातकाल की घोषणा की है। प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने टोक्यो, ओसाका, क्योटो और ह्योगो में 25 अप्रैल से 11 मई तक के लिए इस आपातकाल की घोषणा की है। ऐसे में ओलिंपिक खेलों के आयोजन पर संकट मंडरा रहा है। क्योंकि 23 जुलाई से 8 अगस्त के बीच जापान की राजधानी टोक्यो में समर ओलिंपिक होना है। वहीं विशेषज्ञों ने अर्ध-आपातकाल को नाकाफी बताते हुए तुरंत कड़े कदम उठाने की मांग की है।
दुनिया: कोरोना से 14.52 करोड़ संक्रमित, 8.96 लाख नए केस
दुनिया में कोरोनावायरस महामारी का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में दुनिया में रिकॉर्ड 8.96 लाख नए केस आए। यह एक दिन में मिलने वाले नए संक्रमितों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले 22 अप्रैल को 8.92 लाख और 21 अप्रैल को 8.88 लाख संक्रमित मिले थे। बीते दिन दुनिया में 14,218 लोगों की जान गई। जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग के मुताबिक दुनिया में कोरोना के मामले बढ़कर 14 करोड़ 52 लाख 71 हजार 208 करोड़ हो गए हैं। कुल 30 लाख 83 हजार 235 मौत हुई हैं।