(www.arya-tv.com)दोपहर दो बजे PMO India ट्वीट करता है- ‘प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 7 जून शाम 5 बजे देश को संबोधित करेंगे।’ घर, दफ्तर से लेकर सोशल मीडिया तक सुगबुगाहट तेज हो जाती है।
कयास कि अब क्या कहेंगे…। ठीक 5 बजे मोदी आते हैं और 32 मिनट अनवरत बोलते हैं। इस दौरान दो बातें बड़ी कहते हैं-
पहली बात: 18 साल से बड़े सभी लोगों को 21 जून से अब केंद्र सरकार मुफ्त में कोरोना की वैक्सीन देगी। राज्यों को अब इसके लिए कुछ भी खर्च नहीं करना है।
दूसरी बात: देश के 80 करोड़ गरीब लोगों को दिवाली तक मुफ्त राशन दिया जाएगा। यानी नवंबर तक। योजना वही- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना।
कोरोना के समय प्रधानमंत्री का देश के नाम ये नौवां संबोधन है, लेकिन 42 दिन बाद। पिछली बार 20 अप्रैल को आए थे और उसके बाद से हालात बिगड़ने शुरू हुए थे। चलिए अब इसे थोड़ा डिटेल से देखते हैं…
PM की 32 मिनट की स्पीच को इन पॉइंट्स के जरिए समझें
1. दो बड़ी घोषणाएं
पहली: 18 प्लस को केंद्र की तरफ से मुफ्त वैक्सीन
मोदी बोले- हमने फैसला लिया है कि राज्यों के पास वैक्सीनेशन से जुड़ा जो 25% काम था, उसकी जिम्मेदारी अब भारत सरकार उठाएगी। ये व्यवस्था दो हफ्ते में लागू की जाएगी। योग दिवस यानी 21 जून को सोमवार से सभी राज्यों में 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को केंद्र सरकार मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराएगी। वैक्सीन प्रोडक्शन का 75% केंद्र खरीदेगी और राज्य सरकारों को मुफ्त देगी। किसी राज्य को वैक्सीन पर कोई खर्च नहीं करना होगा। देश में वैक्सीन प्रोडक्शन का 25% प्राइवेट अस्पताल ले सकेंगे। वैक्सीन की कीमतों पर नियंत्रण के लिए तय किया गया है कि प्राइवेट अस्पताल एक डोज पर अधिकतम 150 रुपए ही सर्विस चार्ज ले सकेंगे। इसकी निगरानी का काम राज्य सरकारें करेंगी।
दूसरी: दीपावली तक 80 करोड़ आबादी को मुफ्त राशन
मोदी ने कहा कि पिछले साल जब लॉकडाउन लगाना पड़ा तो प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 80 करोड़ देशवासियों को 8 महीने तक मुफ्त राशन दिया गया। दूसरी वेव के कारण मई और जून के लिए भी ये योजना बढ़ाई गई। अब सरकार ने फैसला लिया है कि इस योजना को दीपावली तक आगे बढ़ाया जाएगा। नवंबर तक 80 करोड़ गरीबों को तय मात्रा में मुफ्त अनाज दिया जाएगा। मकसद यही है कि मेरे किसी भी गरीब भाई-बहन को, उसके परिवार को भूखा नहीं सोना पड़े।
3 मुद्दों पर अपनी पीठ थपथपाई
पहला: दुनिया के हर कोने से ऑक्सीजन और दवा जुटाई
मोदी बोले- अप्रैल-मई में ऑक्सीजन की डिमांड अकल्पनीय रूप से बढ़ी। केंद्र ने ऑक्सीजन रेल चलाई, एयरफोर्स और नौसेना को लगाया। लिक्विड ऑक्सीजन प्रोडक्शन में कम समय में 10 गुना बढ़ोतरी की। दुनिया के हर कोने से ऑक्सीजन लाए। जरूरी दवाओं के प्रोडक्शन को कई गुना बढ़ाया। विदेशों में जहां भी दवाइयां थीं, वहां से लाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी।
दूसरा: 23 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दिए गए
मोदी ने कहा कि दुनिया भी सोच रही थी कि भारत इतनी बड़ी आबादी को कोरोना से कैसे बचाएगा। पर जब नीयत साफ होती है और नीति स्पष्ट, साथ ही निरंतर परिश्रम होता है तो नतीजे भी मिलते हैं। हर आशंका को दरकिनार करके भारत में एक साल में ही एक नहीं, दो मेड इन इंडिया वैक्सीन लॉन्च कर दी। हमारे देश के वैज्ञानिकों ने ये दिखा दिया कि भारत बड़े-बड़े देशों से पीछे नहीं है। आज देश में 23 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं।
तीसरा: सवा साल में ही नया हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया
कोरोना बीते 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी है, त्रासदी है। इस तरह की महामारी आधुनिक विश्व ने न देखी और न अनुभव की थी। इससे हमारा देश कई मोर्चों पर एक साथ लड़ रहा है। कोविड अस्पताल बनाने से लेकर आईसीयू बेड्स की संख्या बढ़ाना, वेंटिलेटर बनाने से लेकर टेस्टिंग लैब का नेटवर्क तैयार करना हो, हर मोर्चे पर हमने काम किया। बीते सवा साल में देश में नया हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है।