arvind kumar rao

पार्षद का आरोप: फोन तक नहीं उठाते हैं एके राव, सड़कों पर घूम रही गाय

## Lucknow UP
  • भ्रष्टाचार से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए 7007096037 पर दस्तावेजों के साथ संपर्क करें। आपकी खबर को हम प्रमुखता से प्रकाशित करेंगे।
Suyash Mishra
Suyash Mishra

लखनऊ। गो सरंक्षण को लेकर सरकार तमाम योजनाएं चला रही है। शहर में गोशालाएं खुलवाई गई हैं, जिससे बेसहारा जानवरों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा सके। उन्हें भर पेट भोजन और रहने का ठिकाना मिले।

जिम्मेदार मौन क्यों?
प्रदेश सरकार के इतने प्रयासों और करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी आज भी शहर बेसहारा जानवरों से भरा पड़ा है। आज भी गाय सड़कों पर घूम रही हैं। एक तरफ सरकार गायों के लिए इतना प्रयास कर रही है वहीं दूसरी ओर सड़कों पर गायों का यूं घूमना कहीं न कहीं जिम्मेदारों की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है।

गायों से परेशान हैं लोग
शुक्रवार को जानकीपुरम प्रथम वार्ड के सेक्टर एफ में रहने वाले पंकज मिश्रा की पत्नी स्कूल जा रही थी। अभी वह गाड़ी पर बैठने ही वाली थीं कि गायों का एक झुंड आया और उन्हें रौंदते हुए चला गया। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत है। आनन फानन में पीड़िता को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनकी कमर और हांथों में कई जगह चोट आई थी। यह पहला मामला नहीं है इससे पहले भी ऐसी तमाम वारदाते होती रही हैं और आज भी हो रही हैं। बावजूद इसके नगर निगम के जिम्मेदार अफसर मौन हैं।

पार्षद का आरोप
राजधानी लखनऊ के जानकीपुरम प्रथम वार्ड के पूर्व पार्षद व वर्तमान पार्षद पति मोहम्मद चांद सिद्दीकी ने आर्यटीवी के ब्यूरोचीफ सुयश मिश्रा से फोन पर बातचीत के दौरान अपनी तकलीफ बयां की। पार्षद ने बताया कि इन दिनों लगातार मुख्यमंत्री आईआईएम पर अपने मंत्रियों और अधिकारियों के साथ दौरा कर रहे हैं। इसलिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने आईआईएम और आस पास की सभी बेसहारा गायों को पकड़कर मेरे वार्ड में छोड़ दिया है, ताकि मुख्यमंत्री को गायों की ऐसी दयनीय स्थिति का पता तक नहीं चल पाया। जिस कारण क्षेत्रवासी परेशान हैं। वह लगातार इसकी शिकायत कर रहे हैं।

पार्षद पति मोहम्मद चांद सिद्दीकी

बदले की भावना से ऐसा कर रहे हैं एके राव!
पार्षद ने बताया कि यही मुख्य चिकित्साधिकारी जो अखिलेश सरकार में मेरे एक मिसकॉल पर पलटकर समस्या पूछ लेते थेस, लेकिन आज 10 बार फोन करने पर भी जवाब नहीं देते । अगर फोन उठ भी जाता है तो वह अक्सर खुद को मीटिंग में व्यस्त बताकर फोन काट देते हैं।

कई बार किया शिकायत
पार्षद ने बताया कि मैंने इस मामले में ए.के. राव से कई बार शिकायत की है। उनको आॅफिस में जाकर भी जानकारी दी है, लेकिन वह कुर्सी के अहम में चूर हैं। इतना ही नहीं आवारा जानवरों की समस्या को लेकर मैंने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया गया।

पार्षद ने बताया कि मैं समाजवादी पार्टी से सभासद हूं इसलिए मेरे साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है। न तो अधिकारी सुन रहे हैं। और न ही विकास कार्य हो पा रहे हैंं।

और क्या कहा पार्षद ने 
नगर निगम के अधिकारी मुख्यमंत्री की आंखों में धूल झोक रहे हैं। विकास कार्य सिर्फ कागजों पर दौड़ रहा है। नगर निगम के अधिकारी सिर्फ ​मीटिंग में मसगूल हैं। कार्य के नाम पर कुछ नहीं हो रहा। अरविंद कुमार राव जैसे अफसर जो कि ​10 सालों से एक ही कुर्सी पर जमें हैं ये नगर निगम को दीमक की तरह चाटने में लगे हैं।

नगर आयुक्त भी हैं मौन!
बिजनौर के सीडियो रहते अपने विकास मॉडल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आकर्शित करने वाले इंद्रमणि त्रिपाठी भी इस मामले में अब तक कुछ नहीं कर सके हैं। उनसे आज भी लखनऊ शहर की जनता को बड़ी उम्मीदें हैं, लेकिन वह भी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से सवाल जवाब तक नहीं कर रहे।

मंगलवार रात 8 बजे आर्य टीवी पर देखें मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एके राव के कारनामें, नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग वेंटिलेटर पर।

  • जल्द देखिए ओडिएफ डबल प्लस में पार्षदों और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अरविंद राव के कारनामों का काला सच।