नगर आयुक्त और अपर नगर आयुक्त कर रहे जनता की सेवा?

Lucknow

जनता को समय नहीं, नेताओं के साथ-साथ

(डॉ.अजय शुक्ला)

(arya tv)इसे मौके की नजाकत कहें या समय की मार आज के अधिकारी अपनी नौकरी बचाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। यही हाल हमारे नगर निगम लखनऊ का है जहां नगर आयुक्त और अपर नगर आयुक्त अपने आफिस में बैठ कर जनता की समस्याएं सुनने के बजाए नेताओं के साथ हर समय रहने ने ज्यादा भलाई समझ रहे हैं। लखनऊ नगर निमग की मेयर जहां-जहां कार्यक्रम में हिस्सा लेने जाती हैं वहां-वहां नगर आयुक्त इंद्र मणि त्रिपाठी और अपर नगर आयुक्त अनिल मिश्रा जरूर उपस्थित रहते हैं। अभी हाल में कुछ दिन पहले हद तो तब हो गयी जब एक उद्घाटन के अवसर पर अपर नगर आयुक्त अनिल मिश्रा स्वयं फूलों की थाली हाथ में पकड़े नजर आ रहे हैं। लोग दबी जबान में यह कहने को मजबूर हो गये कि अब यही बाकी था। यह पहला ऐसा वाकिया नहीं ऐसी घटनाएं कई बार हो चुकी है।

आज नगर निमग की बात करें तो यहां भाजपा की मेयर हैं और अधिकतर पार्षद भी भाजपा हैं कोई भी अधिकारी इन्हें नाराज करके आगे नहीं बढ़ सकता इसलिए नेताओं की जी हजूरी करना परम आवश्यक है। एक समय था जब एम.पी.सिंह जैसे नगर आयुक्त और विशाल भारतद्वाज जैसे अपर नगर आयुक्त भी हुआ करते थे किसी भी हि मत नहीं थी उन्हें अपनी उंगलियों पर चला ले। राकेश कुमार सिंह तो कुछ ठीक थे फिर उदय राज ने एक नयी प्रथा को जन्म दिया और जनता से ज्यादा नेताओं की सुनने की प्रथा बना दी उसी की देन थी कि दो सरकारें उन्होंने आसानी से पार की इसी माहौल को लखनऊ की जनता आज तक भुगत रही है।

डॉ.अजय शुक्ला
राजनैतिक ब्यूरो चीफ
राज्य मुख्यालय मान्तया प्राप्त पत्रकार
मो.9235706144