कावड़ यात्रा से पहले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में पहचान अभियान पर बड़ा बखेड़ा हो रहा है. एक तरफ जहां यूपी की राजनीति इस पहचान अभियान को लेकर गरमा रही है तो वहीं दूसरी तरफ अब इस मामले में किसान नेता राकेश टिकैत भी कूद गए हैं. राकेश टिकैत ने नगर में स्थित अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए महाराष्ट्र के फॉर्मूले को बताया उन्होंने कहा कि जो लोग वेजिटेरियन है वह अपने होटल पर ग्रीन कलर से और अगर किसी होटल पर नॉनवेज बना रहा है तो वह रेड कलर से बड़े-बड़े अक्षरों में लिखे.
राकेश टिकैत ने कहा कि यहां शहर में जिन लोगों ने अपनी दुकान कर रखी है क्या वह अपनी जाति का नाम लिखेंगे, हम इससे सहमत नहीं है. राकेश टिकैत ने कहा कि नगर के मीनाक्षी चौक पर जितने भी मुस्लिम होटल है, महाराज जी यहां पर एक बार आए और जितने हिंदू यहां नॉनवेज का इस्तेमाल करते हैं ,उनको पहचान कर और उनको चिन्हित करें.
कांवड़ियों की हालत पर देना चाहिये ध्यान
राकेश टिकैत ने कहा है कि हमे इस ओर ध्यान देना चाहिए जो शिव भक्त भोले अपने वेट से अधिक जल लेकर कावड़ लाते हैं, आज उनकी हालत बहुत खराब है क्यूंकि उनमें से कुछ बच्चों की कमर खराब हुई है. वह बेड पर है ये हमको हरियाणा के लोगों ने बताया है. एक वेटलिफ्टर भी वेट को थोड़े समय तक उठता है लेकिन यह तो एक एक महीने तक वेट उठाकर चलते हैं.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत द्वारा बड़ी कावड़ और डीजे पर दिए गए रोक के बयान पर राकेश टिकैत ने प्रतिक्रिया दी है. राकेश टिकैत ने कहा कि यह डीजे वाली बड़ी कावड़ बंद नहीं होनी चाहिए, बल्कि डीजे का साइज उसकी हाइट उसकी चौड़ाई आवाज और बढ़ा देनी चाहिए.
अभी इनके अच्छे दिन चल रहे हैं- राकेश टिकैत
अभी जो झगड़ा रुड़की के मंगलौर में हुआ है, इन्होंने ( कावड़ियों ) ने गाड़ी तोड़ दी. इस पर राकेश टिकैत ने कहा, ये इनके शुभ दिन चल रहे हैं, यह त्यौहार चल रहा है. यह सब तो चलता रहेगा. ये जो कुछ प्रेस के लोग है उनके खिलाफ भी मुकदमा होना चाहिए, जो उनको बढ़ावा दे रहे हैं.