खाने को अशुद्ध करने वालों को नहीं किया जा सकता माफ, जानें क्या-क्या बोले मुस्लिम धर्म गुरु

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(www.arya-tv.com)  ज्वालापुर स्थित मदरसा अरबिया दारूल उलूम रशीदिया में आयोजित मुस्लिम धर्म गुरूओं और मुस्लिम समाज के मुअज्जि लोगों की बैठक में कुछ लोगों द्वारा भोजन को अशुद्ध किए जाने की घटनाओं का कड़ा विरोध किया गया. बैठक में इस प्रकार की घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए ऐसा करने वाले लोगों को बहिष्कार करने का ऐलान किया.

बैठक को संबोधित करते हुए जमीयत उलेमा ए उत्तराखंड और मदरसा अरबिया दारुल उलूम रशीदिया ज्वालापुर के सदर मौलाना मुहम्मद आरिफ ने कहा कि, सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा भोजन को अशुद्ध करने की वीडियो प्रसारित हो रही हैं. जिससे मुस्लिम समाज की छवि खराब हो रही है. षड़यंत्र के तहत हिंदू मुस्लिम समुदाय के बीच सौहार्द, एकता और भाईचारे को समाप्त कर बांटने की साजिश की जा रही है. जिससे सभी को सचेत रहने की आवश्यकता है.  उन्होंने कहा कि भोजन मनुष्य के लिए खुदा की बड़ी देन है. इस्लाम में खाने की किसी भी प्रकार की बेदअबी को गुनाह करार दिया गया है. खाने को अशुद्ध करने वाले लोगों को माफ नही किया जा सकता है. इस तरह की घटनाएं कर रहे लोगों की कड़ी निंदा की जानी चाहिए.

‘हिंदू-मुस्लिम को बांटकर सेंकी जा रहीं राजनीतिक रोटियां’
वहीं बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में मौलाना आरिफ ने कहा कि देश में हिंदूओं और मुसलमानों को बांटकर राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए इस तरह के वीडियो लगातार वायरल हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में खाने को अशुद्ध करने के वीडिया लगातार वायरल हो रहे हैं. पुलिस को सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की जांच करनी चाहिए और पता लगाना चाहिए कि वीडियो क्यों वायरल की जा रही है. साथ ही खाने को अशुद्ध करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.