मुन्ना बजरंगी हत्याकांड;सस्पेंडेड पूर्व जेलर ने बयान बदला; दो IPS अफसरों पर गहराया शक

UP

(www.arya-tv.com)पूर्वांचल के माफिया मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हत्या के मामले की जांच CBI ने अचानक तेज कर दी है। CBI की लखनऊ ब्रांच ने इसी सप्ताह केस से जुड़े एक छात्र नेता समेत चार लोगों से लंबी पूछताछ की। इसके साथ बागपत जेल के निलंबित एक पूर्व जेलर को बयान के लिए बुलाया गया तो जांच का रुख बदलने लगा।दरअसल पूर्व जेलर ने घटना के बाद पुलिस को जो बयान दर्ज करवाए थे, CBI को उससे अलग बयान दिए हैं। पूछताछ में उसने कई अहम और नई जानकारियां दी। इसके बाद दो IPS अफसरों से भी पूछताछ का फैसला लिया गया है। शक के दायरे में आए दो IPS को बयान के लिए CBI जल्द नोटिस भेजने वाली है।

IPS अफसरों का कलमबंद बयान होगा। इन अधिकारियों से CBI पहले भी पूछताछ कर चुकी है, लेकिन इनका आधिकारिक बयान नहीं लिया गया था। माफिया मुन्ना बजरंगी की 9 जुलाई 2018 को बागपत जेल में हत्या हुई थी।

तीन हत्याओं को एक ही कड़ी से जोड़कर देख रही CBI

मुन्ना बजरंगी से पहले 2015 में उसके साले पुष्पजीत की लखनऊ के विकासनगर शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या की थी। इसके बाद 2017 में पुष्पजीत की जगह मुन्ना के रंगदारी से लेकर ठेके पट्टों के कारोबार को संभालने के साथ गैंग की कमान संभाल रहे मोहम्मद तारिक की गोमतीनगर में हत्या की गई।

इस वारदात को ठीक उसी तरह अंजाम दिया गया जिस तरह पुष्पजीत को मारा गया था। इसके कुछ ही महीने बाद बागपत जेल में मुन्ना की भी गोली मारकर हत्या की गई। CBI तीनों हत्याओं की कड़ी एक ही जगह से जुड़े होने की आशंका पर उसी दिशा में पड़ताल कर रही है।

नामजद कराए गए लोगों से भी CBI करेगी पूछताछ

तारिक की हत्या के बाद उसकी पत्नी ताहिरा ने पूर्वांचल के एक बाहुबली और एक बड़े ठेकेदार को नामजद किया था। हालांकि चार दिन बाद वह नामजदगी से मुकर गए जिसकी वजह से इनका नाम मुकदमे से बाहर कर दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि CBI अब इन नामजद लोगों से भी पूछताछ करने वाली है।

इस तरह है जेल में मुन्ना की हत्या की कहानी

  • झांसी जेल में बंद मुन्ना बजरंगी को कुछ अधिकारियों दबाव पर बागपत जेल में ट्रांसफर किया गया।
  • वेस्ट यूपी के कुख्यात अपराधी सुनील राठी को भी इसी बागपत जेल में रखा गया था।
  • नौ जुलाई 2018 को सुनील राठी ने ऑटोमैटिक पिस्टल से कई गोली मारकर जेल के बैरक में मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी।
  • पुलिस ने सुनील राठी को एक मात्र अभियुक्त बनाकर केस दर्ज किया था।
  • पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट मुन्ना की पत्नी सीमा सिंह ने कोर्ट में अर्जी दी।
  • कोर्ट के निर्देश पर फरवरी 2020 में CBI ने केस को टेकओवर करके जांच शुरू की थी।
  • अब CBI उन सबके बयान दर्ज करेगी जिसपर सीमा ने मुन्ना की हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया था।