बेटी के हत्यारे को बेंगलुरु से पकड़ लाई पुलिस तो पिता ने थाने में किया सम्मान!

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(www.arya-tv.com) प्राय: पुलिसकर्मियों के बारे में हम नकारात्मक बातें अधिक देखते-सुनते हैं. लेकिन, कई बार यही पुलिसकर्मी हमारे लिए ऐसे काम कर जाते हैं जिसकी सराहना भी होती है. ऐसा ही एक मामला मुंगेर से सामने आया है जहां एक पिता इन पुलिसकर्मियों के कार्य से इतने खुश हुए कि इनको माला पहनाकर स्वागत किया. मामला बिहार के मुंगेर के तारापुर का है.

दरअसल, यहां प्रेम प्रसंग में युवती का अपहरण कर कथित प्रेमी ने हत्या की घटना अंजाम को दिया था. पुलिस ने धनबाद से शव को बरामद किया था. आरोपी हत्या की हत्या की घटना को अंजाम देकर फरार हो गया था और बिहार से बाहर रहने लगा था. लेकिन, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को दूसरे राज्य में जाकर पकड़ लिया. इसके मृतक युवती के पिता इतने खुश हुए कि उन्होंने स्वयं पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया.

पूरा मामला तारापुर थाना क्षेत्र के रण गांव का है जहां आरएनएम उच्च विद्यालय में नवम वर्ग की रणगांव निवासी सुभाष पासवान की 15 वर्षीय बेटी को प्रेम जाल में फंसा लिया था. गत 14 सितंबर 2023 को बहला फुसलाकर शादी की नीयत से मिथलेश तुरी नमक युवक ने युवती का उस समय अपहरण कर लिया था, जब वह विद्यालय गई हुई थी.इस मामले में पिता ने 19 सितंबर को तारापुर थाना में आवेदन दे बेटी को बरामदगी के लिए गुहार लगाई थी. पुलिस जब मामले का अनुसंधान कर रही थी तब अपहृत का शव धनबाद में मिलने की बात सामने आई. इसके बाद तारापुर पुलिस परिजनों के साथ धनबाद के सुमाडीह थाना क्षेत्र जा शव को बरामद किया. लेकिन, हत्यारा आशिक हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद वहां से फरार हो गया था.

घटना के बाद से परिजन हत्यारे को गिरफ्तारी के लिए लगातार पुलिस का दरवाजा खटखटा रहे थे. समय बीतने के साथ साथ परिजन यह सोचकर काफी मायूस हो गए थे कि पुलिस उनके हत्यारे की गिरफ्तारी में ढिलाई बरत रही है. पर इधर तारापुर थाना के द्वारा टेक्निकल अनुसंधान कर मोबाइल लोकेशन के आधार पर हत्या के तीन माह के बाद पुलिस को पता चला कि हत्यारा आशिक बेंगलुरु में छिपा हुआ है.

घटना के बाद से परिजन हत्यारे को गिरफ्तारी के लिए लगातार पुलिस का दरवाजा खटखटा रहे थे. समय बीतने के साथ साथ परिजन यह सोचकर काफी मायूस हो गए थे कि पुलिस उनके हत्यारे की गिरफ्तारी में ढिलाई बरत रही है. पर इधर तारापुर थाना के द्वारा टेक्निकल अनुसंधान कर मोबाइल लोकेशन के आधार पर हत्या के तीन माह के बाद पुलिस को पता चला कि हत्यारा आशिक बेंगलुरु में छिपा हुआ है.

इसके बाद तारापुर पुलिस अधिकारी धनंजय दास के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारियों के एक टीम के द्वारा बेंगलुरु के एचएएल थाना क्षेत्र से बेंगलुरु पुलिस की मदद से छापामारी कर हत्या के आरोपी मिथलेश तुरी को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद पुलिस उसे पकड़ तारापुर थाना लेकर पहुंची. इस बात की सूचना जब मृतक के परिजनों को लगी तो पीड़ित पिता अन्य ग्रामीणों के साथ तारापुर थाना पहुंचे थानाध्यक्ष और केस के आईओ को फूलों का माला पहना सम्मानित किया.