(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के सबसे उभरते शहर नोएडा और गाजियाबाद में करीब सवा लाख से ज्यादा आवारा कुत्ते हैं। इन दोनों शहरों में हर रोज 400 से ज्यादा डॉग बाइट की घटनाएं हो रही हैं। आज हम कुत्तों पर बात इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि गाजियाबाद में 4 दिन पहले 14 साल के बच्चे की कुत्ते के काटने से मौत हो गई। इस घटना से दिल्ली–NCR की सोसाइटी में रहने वाले लाखों लोग दहशत में हैं, क्योंकि वो आए दिन ऐसी घटनाएं देखते हैं।
गाजियाबाद के विजयनगर थाना क्षेत्र में चरण सिंह कॉलोनी है। यहां रहने वाले 14 साल के शाहवेज को करीब डेढ़ महीने पहले पड़ोस में रहने वाले कुत्ते ने काट लिया। डर के चलते शाहवेज ने ये बात फैमिली को नहीं बताई। धीरे-धीरे रेबीज इन्फेक्शन पूरे शरीर में फैल गया। 1 सितंबर को उसको दिक्कत होनी शुरू हो गई।
फैमिली ने एम्स दिल्ली, GTB दिल्ली सहित मेरठ–गाजियाबाद के कई बड़े हॉस्पिटल में दिखाया, लेकिन डॉक्टरों ने शाहवेज को लाइलाज घोषित कर दिया। आखिरकार 4 सितंबर की रात शाहवेज ने एंबुलेंस में पिता याकूब की गोद में दम तोड़ दिया।
गाजियाबाद के सरकारी अस्पतालों में रोजाना 200 के आसपास लोग एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं। इसमें 80 फीसदी पीड़ित कुत्ता काटने वाले हैं। प्राइवेट अस्पतालों, मेडिकल स्टोरों से इंजेक्शन लगवाने वालों की संख्या अलग है। गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल एमएमजी में पिछले 8 महीने में करीब 26 हजार लोगों को एंटी रेबिज के इंजेक्शन लगाए गए हैं।