(www.arya-tv.com) पीएम मोदी शुक्रवार रात अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ठहरे। रात में पीएम मोदी ने टिफिन में खिचड़ी और नेनुआ (तरोई) की सब्जी ही खाई। हालांकि, टिफिन में मिक्स सब्जी भी थी। इस दौरान BJP कार्यकर्ताओं को UP की 80 लोकसभा सीट जीतने का मंत्र भी दिया। पीएम का टिफिन बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) की मेस में तैयार हुआ था।
बरेका गेस्ट हाउस में टिफिन पर चर्चा में पीएम ने कार्यकर्ताओं से बारी-बारी बात की। इस दौरान पीएम ने कार्यकर्ताओं को बूथ मैनेजमेंट के जरिए जनता के करीब रहने के संकेत दिए। हफ्ते में 2 दिन पदयात्रा करने के लिए कहा। कहा कि उन बूथ को मजबूत करें, जहां हमें 2019 में वोट कम मिले। शनिवार सुबह करीब 7.45 बजे पीएम तेलंगाना के लिए रवाना हो गए।
टिफिन चर्चा में शामिल होने के लिए भाजपा महानगर इकाई के 120 पदाधिकारी पहुंचे। इसमें नगर निगम के 63 पार्षदों ने भागीदारी की। सभी मंडल के अध्यक्ष, तीन विधायक और दो मंत्री भी उपस्थित रहे। पीएम के साथ टेबल पर मंडल अध्यक्ष सिद्धनाथ शर्मा, नलिन नयन मिश्रा, महानगर मंत्री अनुपम गुप्ता और पार्षद कुसुद पटेल बैठी थीं। सभी अपने साथ टिफिन लेकर आए थे।
चर्चा के दौरान पीएम ने बगल में बैठे सिद्धनाथ शर्मा से पूछा कि आप लोगों को कितना मानदेय मिलता है? उन्होंने बताया कि मैं तो अभी नया हूं। शायद 1500 रुपए मिलते हैं। इस पर पीएम मुस्कुराए लगे।
मोटे अनाज के टिफिन लेकर पहुंचे थे पार्षद, पीएम ने पूछा- किसने बनाया
पीएम ने पार्षद राजेश कन्नौजिया से पूछा कि टिफिन में क्या लाए हो…किसने बनाया? दरअसल, ज्यादातर पार्षद मोटे अनाज का ही टिफिन लेकर पहुंचे थे। इस दौरान कुछ पार्षदों से पीएम ने पूछा कि चुनाव जीतने के बाद 1 महीने में क्या-कुछ काम कराएं? इस पर पीएम ने कहा कि आपके अंदर अहम की भावना नहीं होनी चाहिए। परिवारवाद से दूर रहे। लोगों के लिए काम करें।
महिला पार्षद लाईं मोटे अनाज की रोटी
टिफिन पर चर्चा में महिला पार्षद मोटे अनाज से बनी रोटी लेकर आईं और सब्जी के साथ चाव से खाया। यह देखकर प्रधानमंत्री ने कहा कि मोटे अनाज को वैश्विक मान्यता मिली है। अब घर-घर संदेश पहुंच गया है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।