(www.arya-tv.com)दशहरे से ठीक पहले उज्जवला योजना के लाभार्थियों के लिए गैस सिलेंडरों की कीमतों में 100 रुपये की कटौती का ऐलान कर मोदी सरकार ने एक बार फिर देश भर की करोड़ों महिलाओं को तोहफा दिया है. महिला सशक्तिकरण, महिला शिक्षा, महिलाओं के सम्मान और अब महिलाओं के राजनीतिक अधिकार को उनका हक मानते हुए उन्हें 33 फीसदी आरक्षण के लिए संसद से बिल पारित करवाना ये साफ करता है कि पीएम नरेंद्र मोदी के 9 साल महिलाओं को बराबरी के अधिकार देने के इतिहास के पन्नों में दर्ज किए जाएंगे. उज्जवला योजना के तहत गरीब महिलाओं को मुफ्त सिलेंडर देकर पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही साफ कर दिया था कि अब नारी शक्ति को देश में सहना नहीं पड़ेगा. यही महिला शक्ति पीएम मोदी के शब्दों में उनकी खामोश वोटर बनी हैं.
धर्मेंद्र प्रधान पर डाली थी जिम्मेदारी
उज्जवला योजना के तहत सिलेंडर देने का ऐलान पीएम मोदी ने किया था. लेकिन इसको देश भऱ में लागू करने की जिम्मेदारी तब के पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के कंधों पर डाली थी. धर्मेंद्र प्रधान ने भी किसी को निराश नहीं किया. वह हर दम लगे रहे उज्जवला की लाभार्थियों को मुफ्त का सिलेंडर पहुंचाने में और साथ ही ये सुनिश्चित करने में कि उनके सिलेंडर का रिफिल भी सस्ता हो. पीएम मोदी के मार्गदर्शन और धर्मेंद्र प्रधान की मेहनत का नतीजा था कि एस्पिरेशनल जिलों से लेकर तमाम पिछड़े इलाकों तक में गैस के सिलेंडर पहुंचे. धर्मेंद्र प्रधान खुद भी उन तमाम इलाकों का दौरा करते रहे जहां सिलिंडर पहुंचाने में कोई कठिनाई आ रही थी. साफ है कि देश की गरीब महिलाओं को चूल्हे के धुएं, उनसे होनी वाली बीमारियों से बचाने वाली ये योजना गेम चेंजर रही. उसका फायदा 2017 में यूपी और 2019 के आम चुनाव में भी मिला.
उज्जवला योजना से है धर्मेंद्र प्रधान का खास लगाव
धर्मेंद्र प्रधान अब देश के शिक्षा और कौशल विकास मंत्री भी हैं. वह नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में व्यस्त हैं, लेकिन उज्जवला योजना को लेकर वे अब भी खासे जुड़े नजर आते हैं. तभी तो उन्होंने कैबिनेट के फैसले के बाद ट्वीट कर कहा कि उज्जवला लाभार्थियों के लिए गैस सिलिंडर के दाम में फिर से 100 रुपये की कटौती कर पीएम मोदी ने करोड़ों माताओं-बहनों के लिए नवरात्रों और दूसरे त्योहारों की रौनक बढ़ाई है. धर्मेंद्र प्रधान कहते हैं कि 200 रुपये की सब्सिडी, रक्षा बंधन के अवसर पर मिली 200 रुपये की सौगात और अब कैबिनेट के निर्णय में 100 रुपये की छूट के बाद उज्जवला लाभार्थियों के लिए रसोई गैस का सिलेंडर कुल मिलाकर 500 रुपये सस्ता हो गया है. अब लाभार्थियों के लिए इसकी कीमत 600 रुपये प्रति सिलेंडर हो गई है.
नजर आती है मोदी सरकार की संवेदनशीलता
धर्मेंद्र प्रधान के मुताबिक 2014 में जिस मूल्य पर सिलेंडर मिलता था, कैबिनेट के बुधवार के फैसले के बाद आज 2023 में भी लाभार्थियों को उसी मूल्य पर गैस सिलेंडर सरकार उपलब्ध करवा रही है. यह गरीबों, मां-बहन, बेटियों और वंचित वर्ग की महिलाओं के हितों, स्वाभिमान और सम्मान की रक्षा के प्रति मोदी सरकार की संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता दर्शाता है. बीजेपी को भरोसा है कि चुनावी मौसम में पीएम मोदी की ये साइलेंट वोटर एक बार फिर उन पर ही भरोसा जताएंगी.