- डॉ. राजेश्वर सिंह ने बताया – सच्चा क्षत्रिय कौन होता है
- आज की सबसे बड़ी तलवारें हैं ज्ञान और तकनीक – डॉ. राजेश्वर सिंह
- विधायक राजेश्वर सिंह ने कहा – वैचारिक और डिजिटल हमलों के विरुद्ध एकता आवश्यक
लखनऊ। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने वृहस्पतिवार को विजयादशमी और शस्त्र पूजन समारोह में भाग लिया, जो भारतीय क्षत्रिय समाज और लोक अधिकार मंच सिविल सोसायटी के तत्वावधान में सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, विशाल खंड, गोमतीनगर में आयोजित किया गया। डॉ. सिंह ने परंपरागत विधि-विधान से शस्त्र पूजन किया। इस अवसर पर भारतीय क्षत्रिय समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल सिंह गहलोत ने उन्हें संगठन का संरक्षक (Patron) नियुक्त किया।
सच्चे क्षत्रिय का अर्थ :
इस अवसर पर डॉ. सिंह ने कहा कि सच्चा क्षत्रिय वही है जो राष्ट्र, धर्म और समाज के लिए अपना जीवन समर्पित करता है। हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह इस गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाए और इसे राष्ट्रीय सेवा में परिवर्तित करे।
वर्तमान चुनौतियाँ :
डॉ. सिंह ने उल्लेख किया कि भारत आज केवल सीमाओं पर पाकिस्तान और चीन जैसे शत्रुओं से ही नहीं, बल्कि भीतर और बाहर से आने वाले खतरनाक वैचारिक हमलों से भी जूझ रहा है। यह विचारधारा भारत की संस्कृति और सभ्यता पर प्रहार करती है, जबरन धर्मांतरण को बढ़ावा देती है और महिलाओं को शिक्षा से वंचित करना चाहती है। ऐसे समय में समाज का सतर्क और एकजुट रहना अनिवार्य है।
भविष्य का रणक्षेत्र – डिजिटल डोमेन :
उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में ज्ञान, शिक्षा और तकनीक ही सबसे सशक्त अस्त्र हैं। 2024 में ही भारत के रक्षा प्रतिष्ठानों, परमाणु संयंत्रों, परिवहन और स्वास्थ्य प्रणालियों पर 20 लाख से अधिक साइबर हमले दर्ज किए गए। भविष्य के युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं, बल्कि डिजिटल क्षेत्र में भी लड़े जाएँगे। इसलिए युवाओं का तकनीकी रूप से सशक्त होना अत्यावश्यक है।
युवा और आत्मनिर्भर भारत :
डॉ. सिंह ने स्पष्ट किया कि देश के युवाओं को रोजगार के लिए पलायन न करना पड़े, इसके लिए अवसर उनके द्वार तक पहुँचाने होंगे। इसी दृष्टि से सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र में डिजिटल शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार सृजन की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
गरिमामय उपस्थिति :
इस अवसर पर अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे, जिनमें राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा, विधान परिषद सदस्य पवन सिंह चौहान, अंगद सिंह, छेदी सिंह, एस.पी. सिंह, अरविंद कुमार सिंह, प्रदीप सिंह ‘बब्बू’, श्यामपाल सिंह, राज्य महिला आयोग सदस्य एकता सिंह, संयोगिता सिंह, कर्नल ए.के. सिंह, भानु प्रताप सिंह, अखिलेश सिंह और देवेंद्र सिंह सहित अन्य विशिष्ट अतिथि शामिल थे।