(www.arya-tv.com) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी के चुनावी अभियान को धार देने के लिए रविवार यानी सात मार्च को कोलकाता में रैली करेंगे। इस दौरान शहर के ब्रिगेड परेड मैदान में होने वाली रैली में बंगाल से जुड़े पार्टी के कई सीनियर नेता मौजूद रहेंगे।
हालंकि अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के रैली में मौजूद होने के सवाल पर अभी भी संशय बरकरार है। कहा जा रहा है कि वह पीएम मोदी की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो सकते हैं। हालांकि मिथुन चक्रवर्ती के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तभी लगाई जाने लगी थीं जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने उनसे मुलाकात की थी।
फिल्मी दुनिया में अपने अभिनय से धाक जमाने वाले मिथुन चक्रवर्ती का राजनीति का सफर ज्यादा अच्छा खास नहीं रहा है। साल 2011 में जब टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने बंगाल की सत्ता संभाली तो उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती को राजनीति से जुड़ने का न्योता दिया था। उस वक्त मिथुन ने स्वीकार किया।
तृणमूल कांग्रेस ने मिथुन चक्रवर्ती को राज्यसभा से सांसद भी बनाया। लेकिन फिर साल 2016 के आखिर में मिथुन ने राज्यसभा के सांसद पद से इस्तीफा दे दिया और राजनीति से संन्यास ले लिया। उस वक्त मिथुन ने अपनी सेहत का हवाला देकर राजनीति छोड़ी थी।
कहा जाता है कि राजनीति छोड़ने से लगभग एक साल पहले से ही उन्होंने खुद को अलग करना शुरू कर दिया था। दरअसल मिथुन चक्रवर्ती की राजनीति छोड़ने की शुरुआत उसी वक्त से हो गई थी जब उनका नाम शारदा चिटफंड घोटाले में आया था।