चारबाग से बसंतकुंज के बीच लखनऊ मेट्रो के ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर का निर्माण कार्य साल 2026 के फरवरी महीने से शुरू हो जायेगा। जिससे रोजाना हजारों लोगों की यात्रा सुगम और सुरक्षित होगी। डीडीसी ( ड्राइंग-डिजाइन कंसलटेंट) के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है, 19 सितंबर को इसका टेंडर खुलेगा। इसके बाद निर्धारित कंपनी इसका खाका खींचेगी। फिर निर्माण के लिए टेंडर होगा।
इस कॉरिडोर के निर्माण के लिए 8 मार्च 2024 को उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ मेट्रो के ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के निर्माण की इजाजत दी थी। 12 अगस्त को केंद्रीय कैबिनेट ने भी इस प्रोजेक्ट के लिए अपनी सहमति प्रदान कर दी। जनसंपर्क विभाग के मुताबिक ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर के निर्माण के लिए 5801 करोड़ का बजट तय हुआ है।
बसंतकुंज में बनेगा डिपो, जाम से मिलेगी राहत
लखनऊ मेट्रो का ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर चारबाग से बसंतकुंज तक बनेगा। बसंतकुंज में इसका डीपो बनेगा। चारबाग से बसंतकुंज के बीच की दूरी करीब 12 किलोमीटर होगी। ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा होने से अमीनाबाद, चौक, मेडिकल कॉलेज, बालागंज, ठाकुरगंज आदि जैसे सघन इलाकों से होकर मेट्रो गुजरेगी। जिससे पुराने लखनऊ के निवासियों को खासा लाभ होगा।
बनेंगे 12 स्टेशन
चारबाग से बसंतकुंज के बीच में 12 स्टेशन के निर्माण की बात कही जा रही है। जिसमें से सात अंडरग्राउंड और पांच एलिवेटेड स्टेशन होंगे। जिनके नाम चारबाग और बसंतकुंज के अलावा गौतम बुद्ध मार्ग, अमीनाबाद, पांडेयगंज, सिटी स्टेशन, मेडिकल कॉलेज चौराहा व चौक, ठाकुरगंज, बालागंज, सरफराजगंज और मूसाबाग होगा है।