(www.arya-tv.com) दो दिन तक चलने वाला लखनऊ नगर निगम का सदन काफी हंगामेदार रहा। नाराज पार्षद सदन के अंदर ही धरने पर बैठ गए। मेयर की कोटा बढ़ा लेकिन वार्ड विकास निधि के नहीं बढ़ने से पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ नाराजगी रही। हालांकि विपक्ष ने इसको जहां खुलकर विरोध किया। वहीं पक्ष ने उसके विरोध को मूक सहमति दे डाली। चार बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष के हंगामे के बीच 32 प्रस्तावों में से 29 प्रस्ताव पास कर दिए गए।
पार्षद निधि बढ़ाए जाने की मांग
सदन के दौरान कांग्रेस पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने पार्षद निधि बढ़ाए जाने की मांग की। बताया कि मेयर की निधि 30 करोड़ रुपए व नगर आयुक्त की निधि 10 करोड़ हो गई। वार्ड विकास प्राथमिकता निधि ढ़ाई करोड़ किए जाने की मांग रखी। इस पर महापौर व नगर आयुक्त ने सहमति नहीं दी। सपा पार्षद दल नेता कामरान बेग, सै. यावर हुसैन रेशू, सुरेंद्र बाल्मीकी, देवेंद्र सिंह यादव जीतू, कांग्रेस पार्षद ममता चौधरी, मुकेश सिंह चौहान, बसपा पार्षद अमित चौधरी व अन्य सपा के पार्षद वेल में आ गए और महापौर से कोटा बढ़ाने की मांग पर अड़ गए। मेयर व नगर आयुक्त के सहमति न देने पर विपक्षी पार्षद वहीं धरने पर बैठ गए और ढाई करोड़ को लेकर नारेबाजी करने लगे।
निगम को 471 करोड़ रुपए का नुकसान
कूड़ा कलेक्शन व कचरा निस्तारण करने वाली इकोग्रीन कंपनी ने नगर निगम को 471 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाया है। कंपनी ने 275 करोड़ रुपये के कूड़ा निस्तारण प्लांट को कबाड़ कर दिया। कूड़े का निस्तारण न करने की वजह से 100 करोड़ रुपये एनजीटी ने नगर निगम पर जुर्माना लगाया। रविवार को नगर निगम सदन की बैठक में कूड़े को लेकर डेढ़ घंटे तक चर्चा हुई। नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने सदन को यह जानकारी दी। अब जो 20 लाख मीट्रिक टन कचरा प्लांट पर ढेर है, उसके निस्तारण पर 96 करोड़ रुपए और खर्च करने पड़ रहे हैं।
उपमन्यु पार्क में तीन करोड़ से हुए काम
राजीव गांधी वार्ड प्रथम के पार्षद संजय राठौर ने कहा कि विजय खंड में जहां वीआईपी लोग रहते हैं, अंधेरा रहता है। सफाई नहीं रहती है। खाली जमीन पर पार्क बनाया जाए। उपमन्यु पार्क में तीन करोड़ से काम हुए थे, लेकिन यह पार्क अनुरक्षण के अभाव में बदहाल हो रहा है। नगर आयुक्त ने जांच के निर्देश दिए। भारतेंदु हरिश्चंद्र वार्ड से पार्षद मान सिंह यादव ने सवालों की बौछार कर दी। कहा कि उनके वार्ड में पानी की टंकी 12 साल से जर्जर खड़ी है।
राम-राम बैंक चौराहे के पास डिवाइडर रोड पर मेनहोल से केबिल गुजर रही है। काम्पेक्टर की आड़ में कब्जा किया गया है। सार्वजनिक शौचालयों में यूरिनल के लिए वसूली होती है। अतिक्रमण से लोग परेशान हैं। शंकरपुरवा वार्ड तृतीय से उमेश सनवाल ने कहा मैं अपने वार्ड को आदर्श वार्ड बनाना चाहता हूं , लेकिन सफाई कर्मी उपलब्ध कराए जाएं। जानकीपुरम द्वितीय से राजकुमारी मौर्या ने सहारा स्टेट के पास जमीन पर कब्जा होने की बात रखी।