(www.arya-tv.com)समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती के बीच तकरार बढ़ती ही जा रही है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर शुक्रवार को मायावती ने तंज कसा। मायावती ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘सपा मुखिया मुस्लिम और यादव समाज का पूरा वोट लेकर और कई पार्टियों से गठबंधन करके भी अपना सीएम बनने का सपना पूरा नहीं कर सके, तो फिर वो दूसरों के पीएम बनने का सपना कैसे पूरा कर सकते हैं’?
सपा का सीएम बनने का सपना पूरा नहीं होगा
मायावती ने कहा, ‘2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा से गठबंधन कर केवल पांच सीटें ही जीत सके हैं, तो फिर वो (अखिलेश) बीएसपी की मुखिया को कैसे पीएम बना पाएंगे? ऐसे बचकाने बयान देना बंद करना चाहिए। अब यूपी में सपा का सीएम बनने का सपना कभी भी पूरा नहीं हो सकता है। मैं आगे सीएम और पीएम बनूं या ना बनूं, लेकिन मैं अपने कमजोर, उपेक्षित वर्गों के हितों में देश का राष्ट्रपति कतई भी नहीं बन सकती हूं’।
मुझे नहीं बनना है राष्ट्रपति
BSP सुप्रीमो ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि सपा के नेता मुझे राष्ट्रपति बनाने का सपना देख रहे हैं, क्योंकि इससे उनका (अखिलेश यादव का) CM बनने का रास्ता साफ हो जाएगा। सपा वाले ये भूल जाएं। मैं पीएम और यूपी का फिर से CM बनने का सपना देख सकती हूं, लेकिन राष्ट्रपति बनने का सपना नहीं देखती।
मायावती ने कहा, ‘यूपी में मुस्लिम और कमजोर वर्ग पर हो रहे जुल्म के लिए सपा प्रमुख जिम्मेदार हैं। सपा के लोग अभी भी अफवाह फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। अब तो घिनौनी राजनीति बंद करनी चाहिए’।
अखिलेश बोले- हम चाहते थे कि गठबंधन बना रहे
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार शाम को लखनऊ के गोसाईगंज में रोजा इफ्तार में बसपा प्रमुख मायावती के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मायावती के प्रधानमंत्री बनने का सपना देखना खुशी की बात है। इसीलिए उनके साथ हमारा गठबंधन हुआ था। हम चाहते थे कि गठबंधन बना रहे, जिससे बाबा साहब आंबेडकर को मानने वाले लोग देखें कि आने वाले समय में देश का प्रधानमंत्री कौन बनता है।