लखनऊ। प्रमोशन में आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बसपा सु्प्रीमो मायावती ने ऐतराज जताया है। मायावती ने ट्वीट के जरिए कहा कि कोर्ट ने प्रमोशन में आरक्षण को लेकर जो कुछ कहा है उससे बी.एस.पी. कतई भी सहमत नहीं है। बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि केन्द्र सरकार से मांग है कि वह इस मामले में तत्काल सकारात्मक कदम उठाये। अर्थात् पूर्व की कांग्रेसी सरकार की तरह इसे लटकाये ना।
कल मा. कोर्ट ने प्रमोशन में आरक्षण को लेकर जो कुछ कहा है। उससे बी.एस.पी. कतई भी सहमत नहीं है। अतः केन्द्र सरकार से मांग है कि वह इस मामले में तत्काल सकारात्मक कदम उठाये। अर्थात् पूर्व की कांग्रेसी सरकार की तरह इसे लटकाये ना।
— Mayawati (@Mayawati) February 10, 2020
वहीं लालू प्रसाद यादव के आॅफिसियल ट्वीट्स से कहा गया है कि आरक्षण खत्म करने की बात करने वाले जातियाँ खत्म करने की बात क्यों नहीं करते? इसलिए कि जातियाँ उन्हें श्रेष्ठ बनाती हैं, ऊँचा स्थान देकर बेवजह उन्हें स्वयं पर अहंकार करने का अवसर देती है। हम कहते है पहले बीमारी ख़त्म करो लेकिन वो कहते है नहीं पहले इलाज ख़त्म करो।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा है कि प्रमोशन में आरक्षण न तो मौलिक अधिकार है, न ही राज्य सरकारें इसे लागू करने के लिए बाध्य है। न्यायमूर्ति एल नागेश्वर राव और न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता की पीठ ने अपने एक निर्णय में इस बात का जिक्र किया है।