सपा की बुर्के वाली चिट्ठी के समर्थन में आए मौलाना शहाबुद्दीन, चुनाव आयोग से की ये खास मांग

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(www.arya-tv.com)  समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर पुलिस द्वारा मुस्लिम महिलाओं के बुर्का हटवाकर जांच नहीं करने अपील की है, जिसका बरेली से ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने बुर्के को लेकर चुनाव आयोग से जो मांग की है वो एकदम सही है.

मौलाना शहाबुद्दीन बरेलवी ने कहा कि अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि मुस्लिम महिलाओं के बुर्के न उतरवाए जाएं. उनके साथ सहयोग किया जाए. ये पत्र उन्होंने ठीक लिखा है, पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान कई जगहों पर ये देखा गया कि मुस्लिम महिलाओं के बुर्के उतरवाए गए और मर्दों ने जाँच पड़ताल की. ये कानूनी रूप से पूरी तरह गलत है.

मौलाना ने किया सपा की चिट्ठी का समर्थन
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया को ये मालूम हैं कि बुर्का महिलाओं के लिए एक मजहबी लिबाज है. जिसे वो अपने पर्दे के लिए इस्तेमाल करती हैं. कुछ महिलाएं भी घूंघट करती है तो उनका एहतराम हर हाल में होना चाहिए. इसकी व्यवस्था के लिए जरूरी है हर बूथ पर एक महिला का इंतजाम हो, जो महिलाओं की जांच पड़ताल करे. इसमें किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं है.

मौलाना ने कहा कि सपा ने जो पत्र लिखा है वो सही है, उन्होंने जो अंदेशा जताया है वो सही है. इस पर चुनाव आयोग को ध्यान देना होगा और हर बूथ पर महिला कर्मी का इंतज़ाम करना होगा. दरअसल सपा ने उपचुनाव में वोटिंग से पहले चुनाव आयोग को पत्र लिखकर पुलिस द्वारा बुर्का हटाकर जांच नहीं करने की मांग की थी, सपा ने कहा कि इससे मुस्लिम महिलाएं डर जाती है. उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव का हवाला देते हुए ये बात कही थी.

हालांकि सपा की चिट्ठी पर चुनाव आयोग ने भी सभी पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी किए हैं. आयोग ने कहा कि मतदाता पहचान पत्र जांच करने का अधिकार सिर्फ पीठासीन अधिकारी और उनकी टीम को ही है पुलिस वोटरों की पहचान नहीं पूछ सकती है, पुलिस का काम पोलिंग बूथ पर सुरक्षा मुहैया कराना है.